एक मर्तबा जंगल में चीते और गधे में बहेस होगई
चीते ने कहा आसमान का रंग नीला है और गधे ने कहा आसमान का रंग काला है
चीते ने कहा चलो जंगल के बादशाह शेर के पास चलते हैं
दोनों ने शेर के पास पहुंचकर किस्सा सुनाया
शेर ने सुनकर कहा चीते को जेल में डाल दो
चीते ने गुस्से में कहा "बादशाह सलामत ये कैसा इंसाफ है?
बात मेरी सही है और जेल भी मुझे भेज रहे हैं?"
शेर ने कहा "बात सही और गलत की नहीं है,
तुम्हारा कुसूर ये है की तुमने एक गधे से बहेस की"