Monday 14 March 2016

हिंदी मुहावरे 31

बाल-बाल बचना - (बड़ी कठिनाई से बचना)
वाक्य प्रयोग- गाड़ी की टक्कर होने पर मेरा मित्र बाल-बाल बच गया।

गिरगिट की तरह रंग बदलना - (बातों को सदा बदलते रहना)
वाक्य प्रयोग- रमेश अच्छा आदमी नहीं है जब देखो तब गिरगिट की तरह रंग बदलता रहता है।

मक्खियाँ मारना - (निकम्मे रहकर समय बिताना)
वाक्य प्रयोग- यह समय मक्खियाँ मारने का नहीं है, घर का कुछ काम-काज ही कर लो।

गुड़ गोबर कर देना - (बना-बनाया काम बिगाड़ देना)
वाक्य प्रयोग- गणेश ने गोकुल से वही बात बोल कर सारा गुड़ गोबर कर दिया।

माथा ठनकना - (संदेह होना)
वाक्य प्रयोग- सिंह के पंजों के निशान रेत पर देखते ही गीदड़ का माथा ठनक गया।

मिट्टी खराब करना - (बुरा हाल करना)
वाक्य प्रयोग- आजकल के नौजवानों ने बूढ़ों की मिट्टी खराब कर रखी है।

रंग उड़ना - (घबरा जाना)
वाक्य प्रयोग- काले नाग को देखते ही मेरा रंग उड़ गया।

रफूचक्कर होना - (भाग जाना)
वाक्य प्रयोग- पुलिस को देखते ही बदमाश रफूचक्कर हो गए।

लोहे के चने चबाना - (बहुत कठिनाई से सामना करना)
वाक्य प्रयोग- मुगल सम्राट अकबर को राणाप्रताप के साथ टक्कर लेते समय लोहे के चने चबाने पड़े।

विष उगलना - (बुरा-भला कहना)
वाक्य प्रयोग- दुर्योधन को गांडीव धनुष का अपमान करते देख अर्जुन विष उगलने लगा।

श्रीगणेश करना - (शुरू करना)
वाक्य प्रयोग- आज बृहस्पतिवार है, नए वर्ष की पढाई का श्रीगणेश कर लो।

हजामत बनाना - (ठगना)
वाक्य प्रयोग- ये विदेशी न जाने कितने भारतीयों की हजामत बना चुके हैं।

शैतान के कान कतरना - (बहुत चालाक होना)
वाक्य प्रयोग- तुम तो शैतान के भी कान कतरने वाले हो।

राई का पहाड़ बनाना - (छोटी-सी बात को बहुत बढ़ा देना)
वाक्य प्रयोग- तनिक-सी बात के लिए तुमने राई का पहाड़ बना दिया।

हिंदी मुहावरे 30

गाड़ी अटकना - (रुकावट आना)
वाक्य प्रयोग- भरत के पास पैसे की कमी कारण गाड़ी अटक गयी।

दौड़-धूप करना - (कठोर श्रम करना)
वाक्य प्रयोग- आज के युग में दौड़-धूप करने से ही कुछ काम बन पाता है।

गाढ़ी छनना - (घनिष्ठ मित्रता)
वाक्य प्रयोग- महेंद्र और गोपाल मे गाढ़ी छनती है।

धज्जियाँ उड़ाना - (नष्ट-भ्रष्ट करना)
वाक्य प्रयोग- यदि कोई भी राष्ट्र हमारी स्वतंत्रता को हड़पना चाहेगा तो हम उसकी धज्जियाँ उड़ा देंगे।

गाढ़ी कमाई - (कड़ी मेहनत की कमाई)
वाक्य प्रयोग- तुम जैसा समझते हो वैसा नही है राजेश के पास शुद्ध गाढ़ी कमाई है।

नमक-मिर्च लगाना - (बढ़ा-चढ़ाकर कहना)
वाक्य प्रयोग- आजकल समाचारपत्र किसी भी बात को नमक-मिर्च लगाकर लिखते हैं

गाल बजाना - (डींग मारना)
वाक्य प्रयोग- दीपाली सारे दिन कार्यालय मे बैठी-बैठी गाल बजाती रहती है।

नौ-दो ग्यारह होना - (भाग जाना)
वाक्य प्रयोग- बिल्ली को देखते ही चूहे नौ-दो ग्यारह हो गए।

गाली खाना - (दुर्वचन सुनना)
वाक्य प्रयोग- ब्याह करूँगा तो जन्म भर गालियाँ खाने को मिलेंगी।

फूँक-फूँककर कदम रखना - (सोच-समझकर कदम बढ़ाना)
वाक्य प्रयोग- जवानी में फूँक-फूँककर कदम रखना चाहिए।

गाली गाना - (विवाह के शुभ अवसर पर गाली के गीत गाना)
वाक्य प्रयोग- विवाह आदि के शुभ अवसर पर गाली के गीत गाना।

हिंदी मुहावरे 29

काम तमाम करना - (मार देना)
वाक्य प्रयोग- रानी लक्ष्मीबाई ने पीछा करने वाले दोनों अंग्रेजों का काम तमाम कर दिया।

चूड़ियाँ पहनना - (कायर बनना)
वाक्य प्रयोग- वीरों की तरह युद्धभूमि में नहीं लड़ सकते तो चूड़ियाँ पहनकर बैठ जाओ।

कुत्ते की मौत मरना - (बुरी तरह से मरना)
वाक्य प्रयोग- देशद्रोही सदा कुत्ते की मौत मरते हैं।

डींग मारना - (बड़ा चड़ा कर बोलना)
वाक्य प्रयोग- मोहन जितनी डींग मारता है उतना काम नहीं करता।

कोल्हू का बैल - (निरंतर काम में लगे रहना)
वाक्य प्रयोग- कोल्हू का बैल बनकर भी लोग आज भरपेट भोजन नहीं पा सकते।

नाक रखना - (मान बड़ाना)
वाक्य प्रयोग- परीक्षा में प्रथम श्रेणी लेकर कैलाश ने स्कूल कीनाक रख ली।

खाक छानना - (दर-दर भटकना)
वाक्य प्रयोग- खाक छानने से तो अच्छा है एक जगह जमकर काम करो।

सिर चढ़ाना - (अत्यंत लाड़ लड़ाना)
वाक्य प्रयोग- सिर चढ़ाने का परिणाम यह होता है कि लड़के बिगड़ जाते हैं।

गुलछर्रे उड़ाना - (मौज करना)
वाक्य प्रयोग- आजकल तुम तो दूसरे के माल पर गुलछर्रे उड़ा रहे हो।

दाँत फाड़ना - (हँसना।)
वाक्य प्रयोग- सोहन को जब देखो तब दाँत फाड़ता रहता हैं।

हिंदी मुहावरे 28

गज भर की छाती होना - (गर्व महसूस करना)
वाक्य प्रयोग- जब राणा प्रताप ने देखा कि शक्तिसिंह उनकी सहायता को आ रहा है तब उनकी गजभर की छाती हो गई।

हवा से बातें करना - (बहुत तेज दौड़ना)
वाक्य प्रयोग- राणा प्रताप ने ज्यों ही लगाम हिलाई, चेतक हवा से बातें करने लगा।

गंगा नहाना - (कर्तव्य और दायित्व पूरा करके निश्चिंत होना)
वाक्य प्रयोग- हनुमान को पैसा चुकाकर गणेश ने गंगा नहा लिया।

हवाई किले बनाना - (झूठी कल्पनाएँ करना)
वाक्य प्रयोग- हवाई किले ही बनाते रहोगे या कुछ करोगे भी ?

आकाश से बातें करना - (बहुत ऊँचा होना)
वाक्य प्रयोग- टी.वी.टावर तो आकाश से बाते करती है।

गाँठ बाँधना - (याद रखना)
वाक्य प्रयोग- अच्छे लड़के अपने बड़ों की शिक्षा को गाँठ बाँध लेते हैं।

उँगली पर नचाना - (वश में करना)
वाक्य प्रयोग- आजकल की औरतें अपने पतियों को उँगलियों पर नचाती हैं।

दाँत खट्टे करना - (बुरी तरह हराना)
वाक्य प्रयोग- शिवाजी ने युद्ध में औरंगजेब के दाँत खट्टे कर दिए।

कलई खुलना - (रहस्य प्रकट हो जाना)
वाक्य प्रयोग- उसने तो तुम्हारी कलई खोलकर रख दी।

हाथ मलना - (पछताना।)
वाक्य प्रयोग- बच्चों। अवसर चूक जाने पर हाथ मलना पड़ता है।

हिंदी मुहावरे 27

कुप्पा होना - (अत्यंत प्रसन्न होना)
वाक्य प्रयोग- जिस समय वह परीक्षा में पास होने की बात सुनेगा फूलकर कुप्पा हो जाएगा।

गरदन पर छुरी फेरना - (अत्याचार करना)
वाक्य प्रयोग- उस बेचारे की गरदन पर छुरी फेरते तुम्हें शर्म नहीं आती।

कुरसी देना - (सम्मान करना)
वाक्य प्रयोग- बड़े-बड़े हाकिम उसे कुरसी देते हैं।

हाथोंहाथ - (बहुत जल्दी)
वाक्य प्रयोग- यह काम हाथोंहाथ हो जाना चाहिए।

खून लगाकर शहीद होना - (केवल दिखावटी काम)
वाक्य प्रयोग- थोड़ा-सा दिखावटी काम करके बड़े आदमियों में शामिल होने का प्रयत्न ये तो वही हुआ खून लगाकर शहीद होना।

हाथ मलते रह जाना - (पछताना)
वाक्य प्रयोग- जो बिना सोचे-समझे काम शुरू करते है वे अंत में हाथ मलते रह जाते हैं।

खेलने खाने के दिन - (बचपन या जवानी का समय)
वाक्य प्रयोग- मनीष दस वर्ष का है अभी तो उसके खेलने खाने के दिन है।

हाथ साफ करना - (चुरा लेना)
वाक्य प्रयोग- ओह ! किसी ने मेरी जेब पर हाथ साफ कर दिया।

खोद-खोदकर पूछना - (छानबीन करना)
वाक्य प्रयोग- उसने खोद-खोद कर पूछने की चेष्टा तो बहुत की परन्तु उसके पल्ले कुछ नहीं पड़ा।

हाथ-पाँव मारना - (प्रयास करना)
वाक्य प्रयोग- हाथ-पाँव मारने वाला व्यक्ति अंत में अवश्य सफलता प्राप्त करता है।

खोपड़ी भिनभिनाना - (परेशान या तंग होना)
वाक्य प्रयोग- बच्चों का शोर सुनकर मेरी खोपड़ी भिनभिना उठी।

हाथ डालना - (शुरू करना)
वाक्य प्रयोग- किसी भी काम में हाथ डालने से पूर्व उसके अच्छे या बुरे फल पर विचार कर लेना चाहिए।

गच्चा खाना - (धोखा खाना)
वाक्य प्रयोग- त्रिलोक, योगेश की बात मानकर गच्चा खा गया।

हवा लगना - (असर पड़ना)
वाक्य प्रयोग- आजकल भारतीयों को भी पश्चिम की हवा लग चुकी है।

हिंदी मुहावरे 26

कुएँ का मेढ़क - (बहुत अल्पज्ञ या कम अनुभव का व्यक्ति)
वाक्य प्रयोग- प्रकाश को अनुभव नहीं होने से वह कुएँ का मेढ़क जैसा हैं।

गले का हार - (बहुत प्यारा)
वाक्य प्रयोग- तुम तो उसके गले का हार हो, भला वह तुम्हारे काम को क्यों मना करने लगा।

कुएँ में बाँस डालना - (बहुत खोज करना)
वाक्य प्रयोग- उसके लिए कुओं में बाँस डाले गए, पर उसका पता नहीं चला।

गले मढ़ना - (जबरदस्ती किसी को कोई काम सौंपना)
वाक्य प्रयोग- इस बुद्धू को मेरे गले मढ़कर लालाजी ने तो मुझे तंग कर डाला है।

कुएँ में भाँग पड़ना - (सबकी बुद्धि मारी जाना)
वाक्य प्रयोग- सबकी बुद्धि मारी जाना, सबका पागल, मूर्खजैसा व्यवहार करना।

गला फँसाना - (बंधन में पड़ना)
वाक्य प्रयोग- दूसरों के मामले में गला फँसाने से कुछ हाथ नहीं आएगा।

कुत्ता काटना - (पागल होना)
वाक्य प्रयोग- क्या हमें कुत्ते ने काटा है जो हम इतनी रात को वहाँ जाएँगे?

गला घोंटना - (अत्याचार करना)
वाक्य प्रयोग- जो सरकार गरीबों का गला घोंटती है वह देर तक नहीं टिक सकती।

हिंदी मुहावरे 25

किसी को न गिनना - (सबको तुच्छ समझना)
वाक्य प्रयोग- इस सफलता से मनीराम का सिर फिर गया था, वह किसी कोन गिनता था।

मुँह रखना - (मान रखना)
वाक्य प्रयोग- मैं तुम्हारा मुँह रखने के लिए ही प्रमोद के पास गया था, अन्यथा मुझे क्या आवश्यकता थी।

किसी खूंटे से बाँधना - (किसी के साथ विवाह करना)
वाक्य प्रयोग- तेरी दीदी तो ऐसी गऊ है जिसे हमें ही किसी खूंटे से बाँधना होगा।

मुँहतोड़ जवाब देना - (कड़ा उत्तर देना)
वाक्य प्रयोग- श्याम मुँहतोड़ जवाब सुनकर फिर कुछ नहीं बोला।

किसी पर बरस पड़ना - (एकाएक क्रोधपूर्ण बातें करना)
वाक्य प्रयोग- उनके जाते ही वह अपनी माँ पर बरस पड़ा।

किस्मत का फेर - (अभाग्य, दुर्भाग्य)
वाक्य प्रयोग- किस्मत का फेर देखिए, जो राजा थे वे रंक हो गए और जो रंक थे वे राजा हो गए।

सिर पर मौत खेलना - (मृत्यु समीप होना)
वाक्य प्रयोग- मुझे क्या डरा रहे हो? तुम्हारे सिर पर तो मौत खेल रही है।

कीड़े काटना - (बेचैन होना)
वाक्य प्रयोग- दस मिनट पढ़ने के बाद सुशील को कीड़े काटने लगते हैं।

सिर पर भूत सवार होना - (धुन लगाना)
वाक्य प्रयोग- तुम्हारे सिर पर तो हर समय भूत सवार रहता है।

हिंदी मुहावरे 24

कान भरना - (चुगली करना)
वाक्य प्रयोग- अपने साथियों के विरुद्ध अध्यापक के कान भरने वाले विद्यार्थी अच्छे नहीं होते।

काया पलट होना - (रूप, गुण, दशा, स्थिति आदि का पूर्णतया बदल जाना)
वाक्य प्रयोग- अभी यह मेरे साथ बैठा हुआ कैसी-कैसी बातें कर रहा था। इतनी ही देर में इसकी ऐसी कायापलट हो गई कि मेरी जड़ खोदने पर तुला हुआ है।

कान कतरना - (बहुत चतुर)
वाक्य प्रयोग- वह तो अभी से बड़े-बड़ों के कान कतरता है।

नाक कटना - (प्रतिष्ठा नष्ट होना)
वाक्य प्रयोग- अरे भैया आजकल की औलाद तो खानदान की नाक काटकर रख देती है।

किस मुँह से - (अपनी हीनता)
वाक्य प्रयोग- बहू से अब वह कहती भी तो किस मुँह से?

मुँह की खाना - (हार मानना)
वाक्य प्रयोग- पड़ोसी के घर के मामले में दखल देकर हरद्वारी को मुँह की खानी पड़ी।

किसी के आगे पानी भरना - (फीका पड़ना)
वाक्य प्रयोग- उन पाँच दिनों क्या ठाट रहते हैं वोटर के, बारात का दूल्हा भी उसके आगे पानी भरे।

मुँह में पानी भर आना - (दिल ललचाना)
वाक्य प्रयोग- लड्डुओं का नाम सुनते ही पंडितजी के मुँह में पानी भर आया।

किसी के घर में आग लगाकर अपना हाथ सेंकना - (अपने काम केलिए दूसरों को भारी हानि पहुँचाना)
वाक्य प्रयोग- डॉक्टर रामकृष्ण उन लोगों में हैं जो दूसरों के घर में आग लगाकर अपना हाथ सेकते हैं।

मुँह खून लगना - (रिश्वत लेने की आदत पड़ जाना)
वाक्य प्रयोग- उसके मुँह खून लगा है, बिना लिए वह काम नहीं करेगा।

किसी के साथ मुँह काला करना - (किसी के साथ व्यभिचार करना)
वाक्य प्रयोग- सारा दोष महिला का है, दिन-दहाड़े यह नौकरानी उसके बेटे के साथ मुँह काला किए फिर रही है।

मुँह छिपाना - (लज्जित होना)
वाक्य प्रयोग- मुँह छिपाने से काम नहीं बनेगा, कुछ करके भी दिखाओ।

हिंदी मुहावरे 23

कलेजे पर हाथ रखना - (अपने दिल से पूछना)
वाक्य प्रयोग- अपने कलेजे पर हाथ रखकर कहो कि क्या आपने मैरा पैन नहीं तोड़ा।

कान पर जूँ न रेंगना - (बात का कोई असर ना होना)
वाक्य प्रयोग- बच्चे लाख चीखें, रोएँ-चिल्लाएँ, उस सहिष्णु जननी के कान पर कभी जूँ नहीं रेंगती।

कलेजा जलना - (तीव्र असंतोष होना)
वाक्य प्रयोग- उसकी बातें सुनकर मेरा कलेजा जल उठा।

कान भरना - (शिकायत करना)
वाक्य प्रयोग- वह मेरे विरुद्ध गुरुजी के कान भरता है।

कलेजा ठंडा होना - (संतोष हो जाना)
वाक्य प्रयोग- डाकुओं को पकड़ा हुआ देखकर गाँव वालों का कलेजा ठंढा हो गया।

काना-फूँसी करना - (बहुत धीरे-धीरे बात करना)
वाक्य प्रयोग- मैंने देखा, कुछ लोग आपस में काना-फूँसी कर रहे थे।

कलेजा थामना - (जी कड़ा करना)
वाक्य प्रयोग- अपने युवा पुत्र की मृत्यु पर माता-पिता कलेजा थामकर रह गए।

कानून छाँटना - (व्यर्थ की दलीलें देना)
वाक्य प्रयोग- आलोक हमेशा सबके सामने कानून छाँटता रहता है।

कलेजे पर पत्थर रखना - (दुख में भी धीरज रखना)
वाक्य प्रयोग- उस बेचारे की क्या कहते हों, उसने तो कलेजे पर पत्थर रख लिया है।

कानों में अंगुली डालना - (सुनने की इच्छा न होना)
वाक्य प्रयोग- जय सिंह से कभी भी कहो वह कानों में अंगुली डाल लेता है।

कलेजे पर साँप लोटना - (ईर्ष्या से जलना)
वाक्य प्रयोग- श्रीराम के राज्याभिषेक का समाचार सुनकर दासी मंथरा के कलेजे पर साँप लोटने लगा।

काफूर हो जाना - (एकाएक गायब हो जाना)
वाक्य प्रयोग- जय सिंह की नैराश्य उत्पादक दशा से सुमन की कठोरता काफूर हो गई।

हिंदी मुहावरे 22

अंग-अंग ढीला होना - (बहुत थक जाना)
वाक्य प्रयोग- तुम्हारे साथ कल चलूँगा। आज तो मेरा अंग-अंग ढीला हो रहा है।

चौखट पर माथा टेकना - (विनती, प्रार्थना करना, अनुनय-विनय करना)
वाक्य प्रयोग- रोजाना लाखौं लोग भगवान की चौखट पर माथा टेकने जाते है।

अक्ल चकराना - (कुछ समझ में न आना)
वाक्य प्रयोग- प्रश्न-पत्र देखते ही उसकी अक्ल चकरा गई।

चौथ का चाँद - (भादों शुक्ल चौथ का चाँद जिसके बारे में यह कहा जाता है कि यदि कोई उसे देख ले तो कलंक लगता है)
वाक्य प्रयोग- अरे वह आ रहा है उसे मत देखना वह तो चौथ का चाँद है।

करम फूटना - (अभागा होना)
वाक्य प्रयोग- तेरे तो करम फूटे हैं ही।

अक्ल के घोड़े दौड़ाना - (तरह-तरह के विचार करना)
वाक्य प्रयोग- बड़े-बड़े वैज्ञानिकों ने अक्ल के घोड़े दौड़ाए, तब अणुबम बना।

आँखों में धूल झोंकना - (धोखा देना)
वाक्य प्रयोग- शिवाजी मुगल पहरेदारों की आँखों में धूल झोंककर बंदीगृह से बाहर निकल गए।

कलई खुलना - (रहस्य प्रकट होना)
वाक्य प्रयोग- उन्हें सबसे विषम वेदना यही थी कि मेरे मनोभावों की कलई खुल गई।

आँख तरसना - (देखने के लालायित होना)
वाक्य प्रयोग- तुम्हें देखने के लिए तो मेरी आँखें तरस गई।

कलेजा पसीजना - (दया आना)
वाक्य प्रयोग- उसका करुण क्रन्दन सुनकर सबका कलेजा पसीज गया।

मुँह पर कालिख पोतना - (कलंक लगाना)
वाक्य प्रयोग- बेटा तुम्हारे कुकर्मों ने मेरे मुँह पर कालिख पोत दी है।

आँख फेर लेना - (प्रतिकूल होना)
वाक्य प्रयोग- उसने आजकल मेरी ओर से आँखें फेर ली हैं।

हिंदी मुहावरे 21

चेहरा उतरना - (चिन्ता, लज्जा, शोक या दुख होना)
वाक्य प्रयोग- धर्मेंद्र की करतुत सुन कर सारे परिवार वालों लज्जा से चेहरा उतर गया।

चेहरा खिल उठना - (प्रसन्न होना)
वाक्य प्रयोग- अभिजीत को देखते ही तारिका का चेहरा खुशी से खिल उठा।

चेहरा तमतमाना - (अत्यधिक क्रोध करना)
वाक्य प्रयोग- मुजरिम को देखते ही दया का चेहरा क्रोध से तमतमाने लगा।

चेहरा फ़क पड़ जाना - (चेहरा उतर जाना, सकपका जाना)
वाक्य प्रयोग- अप्रत्याशित बात के सुनते ही प्रवीण का चेहरा फ़क पड़ गया।

चैन की नींद सोना - (निशिचन्त रहना, सुखपूर्वक रहना)
वाक्य प्रयोग- प्रवीण की परीक्षा समाप्त हो गई अब वह चैन की नींद सो सकेगा।

चोला छोड़ना - (मरना, शरीर त्यागना)
वाक्य प्रयोग- मुरारी जी भले आदमी थे आज सुबह ही उन्होने जीवन रूपी चोला छोड़ दिया।

चोली-दामन का साथ - (घनिष्ठ सम्बन्ध, साथ-साथ चलने वाली वस्तुएँ)
वाक्य प्रयोग- सारा और दीपाली हमेशा साथ-साथ रहती है ऐसा लगता है जैसे चोली-दामन का साथ हो।

चौकड़ी भूल जाना - (घबड़ा जाना, सिटपिटा जाना)
वाक्य प्रयोग- अपने पिताजी को देखते ही राजू सारी चौकड़ी भूल गया।

अंग-अंग मुसकाना - (बहुत प्रसन्न होना)
वाक्य प्रयोग- आज उसका अंग-अंग मुसकरा रहा है।

अंग-अंग टूटना - (सारे बदन में दर्द होना)
वाक्य प्रयोग- इस ज्वर ने तो मेरा अंग-अंग तोड़कर रख दिया।

चौका-बरतन करना - (बरतन माँजने और रसोईघर धोने या लीपने-पोतने का काम करना)
वाक्य प्रयोग- उसे कहाँ समय मिलता है वह तो बैचारी चौका-बरतन में ही पुरी हो जाती है।

हिंदी मुहावरे 20

चित्त चुराना - (मन मोह लेना)
वाक्य प्रयोग- शकुन्तला ने दुष्यन्त का चित्त चुरा लिया था।

चित्र-लिखा-सा जान पड़ना - (बिलकुल मंत्रमुग्ध होना)
वाक्य प्रयोग- तुम्हारे राग से लोग ऐसे मंत्रमुग्ध हो गए हैं कि सारी रंगशाला चित्र-लिखी-सी जान पड़ती है।

चिराग तले अँधेरा होना - (जहाँ योग्यता की आशा हो वहाँ अयोग्यता होना)
वाक्य प्रयोग- अध्यापक मोहन राम का लड़का दसवीं फेल है यह तो वही बात हुयी चिराग तले अँधेरा।

चिराग लेकर ढूँढना - (बड़ी छानबीन)
वाक्य प्रयोग- धरम के सौं रूपये खौ जाने पर वह चिराग लेकर ढूँढ रहा था।

चीं-चपड़ करना - (हां-ना करना)
वाक्य प्रयोग- किसी ने जरा भी चीं-चपड़ की तो हड्डी तोड़ दूँगा।

चीं बोलना - (हार मान लेना)
वाक्य प्रयोग- दीनदयाल जी बड़ी जवांमर्दी दिखाने चले थे, पचास कदम में ही चीं बोल गए।

चींटी की चाल - (बहुत धीमी गति)
वाक्य प्रयोग- अरे यार क्या तुम भी चींटी की चाल चल रहे हो जल्दी चलो ना।

चील-झपट्टा होना - (छीना-झपटी होना या झपटकर ले जाना)
वाक्य प्रयोग- उन दोनों में बैठे-बैठे ही चील-झपट्टा हो गया।

चुटिया हाथ में होना - (किसी के पूर्णतः अधीन या नियंत्रण में होना)
वाक्य प्रयोग- अरे भाई बबली की चुटिया तो उसकी माँ के हाथ में है।

चुपड़ी और दो-दो - (दोहरा लाभ)
वाक्य प्रयोग- सोहन जयपुर गया वहां सब्जी बेची और वहां से कपड़े खरीदे, यह तो वही हुआ चुपड़ी और दो-दो।

चूँ-चूँ का मुरब्बा - (बेमेल चीजों का जोड़)
वाक्य प्रयोग- ये क्या कर रहे हो चाय में नमक डाल रहे हो ये तो चूँ-चूँ का मुरब्बा बन गया।

चूना लगाना - (ठग लेना, बेवकूफ बनाना)
वाक्य प्रयोग- नरेश तो बहुत चालाक है उसने प्रमोद को चार लाख का चूना लगा दिया।

चूर रहना - (निमग्न, डूबा हुआ, नशे में रहना, मस्त रहना)
वाक्य प्रयोग- चंद्रिका तो सोहन के प्यार/प्रेम में चूर रहती है।

चूलें ढीली होना - (थकावट होना)
वाक्य प्रयोग- दिन भर के काम से उसकी तो चूलें ढीली हो गयी।

चूल्हे में जाय - (नाश/नष्ट हो जाए)
वाक्य प्रयोग- चूल्हे में जाये वो और उसके दोस्त।

हिंदी मुहावरे 19

चाँद पर थूकना - (किसी महान व्यक्ति पर कलंक लगाना फिर भी स्वयं अपमानित होना)
वाक्य प्रयोग- अन्ना हजारे पर थूकने से क्या होगा, ये तो चाँद पर थूकना जैसी बात हुयी।

चाँदी कटना - (खूब लाभ कमाना)
वाक्य प्रयोग- आज कल शेयर बाजार रोहन की तो चाँदी कट रही है।

चाँदी के टुकड़े - (धन, संपत्ति, स्र्पये)
वाक्य प्रयोग- उसने चाँदी के टुकड़ों के लिए अपना ईमान बेच दिया है।

चाक चौबंद - (चौकन्ना, हर दृष्टि से होशयार-चतुर)
वाक्य प्रयोग- भाई! आज के समय में आपका चाक चौबंद होना बहुत जरूरी है।

चादर देखकर पाँव फैलाना - (आय के अनुसार खर्च करना, शक्ति के अनुसार काम करना)
वाक्य प्रयोग- कमल को ज़रूरत के हिसाब चादर देखकर पाँव फैलाने चाहिए।

चाम के दाम चलाना - (अन्याय करना)
वाक्य प्रयोग- भाई साहब आज के जमाने में चाम के दाम नहीं चलते।

आँखें चार होना - (किसी से नजरें मिलाना, प्रेम होना)
वाक्य प्रयोग- अरे वाह सरस्वती! आपकी किस से आँखें चार हो गयी?

चार चाँद लगना - (शोभा, सौंदर्य की अत्यधिक वृद्धि करना)
वाक्य प्रयोग- मिलन दुल्हन के रूप में सजी तो उसकी खूबसूरती में चार चाँद लग गये।

चार पैसे - (थोड़ा-सा धन)
वाक्य प्रयोग- रघुनाथ का बस चलता तो प्रेमनाथ चार पैसे के आदमी हो गया होता।

चार सौ बीस - (धूर्त, कपटी)
वाक्य प्रयोग- सनी तो बहुत ही चार सौ बीसी वाला आदमी है।

चिकना घड़ा - (निर्लज्ज, बेहया, बेशरम)
वाक्य प्रयोग- हे भगवान! क्या करे इस आदमी का ये तो बड़ा ही चिकना घड़ा है।

चिकना देखकर फिसल पड़ना - (सुन्दर रूप-रंग देखकर मुग्ध हो जाना)
वाक्य प्रयोग- मेनका की चिकनाट देख कर विस्वामित्र तो फिसल पड़े।

चिकनी चुपड़ी बातें - (मीठी बहकाने या धोखा देने वाली बातें)
वाक्य प्रयोग- आज देखो सुमन को कैसे चिकनी चुपड़ी बातें कर रही है कोई काम होगा इसको।

चिड़िया का दूध - (ऐसी वस्तु जिसका अस्तित्व न हो)
वाक्य प्रयोग- ये काम नही हो सकता ये तो चिड़िया के दूध जैसा काम है।

चिड़िया फँसाना - (मालदार आदमी या स्त्री को अपने वश में करना )
वाक्य प्रयोग- दीपक ने एक बहुत खूबसूरत चिड़िया(लड़की) को अपने जाल में फँसा रखा है।

हिंदी मुहावरे 18

चक्कर में फँसना - (झंझट में फँसना)
वाक्य प्रयोग- सोहन के साथ रहने की वजह से त्रिलोक भी पुलिस के चक्कर में आ गया।

चखचख मचना - (फालतू की बातें करना)
वाक्य प्रयोग- दीपाली, सारा और सोनाली पुरे दिन चखचख करती रहती है।

चट कर जाना - (दूसरे की वस्तु हड़प कर जाना/खा जाना)
वाक्य प्रयोग- भंडारी का नाम मत लो वो तो ऐसा है की अपने घर वालों को भी चट कर जाये।

चरणों की धूल - (किसी की तुलना में अत्यन्त नगण्य व्यक्ति)
वाक्य प्रयोग- हम सब भक्त तो भगवान के चरणों की धूल है।

चढ़ दौड़ना - (आक्रमण करना)
वाक्य प्रयोग- भक्त प्रहलाद को मारने के लिये वो राक्षस चढ़ दौड़ा।

चना-चबैना - (रूखा-सूखा भोजन)
वाक्य प्रयोग- गरीबों के लिये तो चना-चबैना ही पकवान होते है।

चपेट में आना - (चंगुल में फँसना)
वाक्य प्रयोग- वह बैचारा भी पुलिस की चपेट में आ गया।

चप्पा-चप्पा छान डालना - (हर जगह देख आना)
वाक्य प्रयोग- उसने अपने बेटे को ढुढने के लिये चप्पा-चप्पा छान डाला, पर वह कही नहीं मिला।

चरणामृत लेना - (देवमूर्ति या किसी बड़े संत महात्मा के चरण धोकर पीना)
वाक्य प्रयोग- भगवान के चरणामृत से बड़े-बड़े पापीयों के पाप धुल जाते है।

चरबी चढ़ना - (बहुत मोटा होना)
वाक्य प्रयोग- आजकल सोहन के बहुत कमाई होने से चरबी चढ़ गयी।

चलता करना - (हटा देना, भगा देना)
वाक्य प्रयोग- अपना काम हो जाने सुरेश ने मुकेश को चलता कर दिया।

चलता-पुरजा - (चालाक, व्यवहार-कुशल)
वाक्य प्रयोग- यार! कानजी तो चलता-पुरजा है वह अपका काम कर देगा।

चलता-फिरता नजर आना - (चले जाना, खिसक जाना)
वाक्य प्रयोग- यहाँ बैठिए मत, चलते-फिरते नजर आइए।

चस्का लगना - (शौक होना, आदत पड़ना)
वाक्य प्रयोग- कुछ दिनों से राकेश को पान खाने का चस्का पड़ चला है।

चहल-पहल रहना - (बहुत-से लोगों का आना-जाना, एकत्र होना)
वाक्य प्रयोग- गणेश जी के मंदिर में हमेशा चहल-पहल रहती है।

चाँद का टुकड़ा - (अत्यंत सुंदर)
वाक्य प्रयोग- अरे वाह! क्या बात है संगीता का दिल तो चाँद का टुकड़ा है।

हिंदी मुहावरे 17

घाव हरा होना - (भूला हुआ दुख/गम फिर याद आ जाना)
वाक्य प्रयोग- कावेरी का बेटा छ: साल पहले आज ही के दिन मरा था इसलिए आज उसका घाव फिर से हरा हो गया।

घास न डालना - (अहमियत/महत्व/भाव न देना)
वाक्य प्रयोग- अरे भाई! मायावती तो मनमोहन सिंह को कोई भाव ही नहीं देती है।

घिग्घी बँध जाना - (भय के कारण मुंह से बोली न निकलना)
वाक्य प्रयोग- राम का रुद्र अवतार देख कर रावण की घिग्घी बँध गयी।

घी का चिराग जलाना - (ख़ुशियां मनाना, प्रसन्न होना)
वाक्य प्रयोग- लोग दीपावली पर ढेरों घी के चिराग जलाते है।

घी-खिचड़ी होना - (आपस में अत्यधिक मेल होना)
वाक्य प्रयोग- हंसा और आशा में घी-खिचड़ी जैसा मेल हैं।

घुट-घुट कर मरना - (असहनीय कष्ट झेलना)
वाक्य प्रयोग- मोहन की स्थिति दिल की बिमारी के कारण घुट-घुट कर मरने जैसी हो गई।

घुटा हुआ - (बहुत चालाक, धूर्त)
वाक्य प्रयोग- दिलीप तो बहुत घुटा हुआ आदमी हैं।

घुन लगना - (शरीर का अंदर ही अंदर क्षीण होना, चिंता होना)
वाक्य प्रयोग- बहुत समय से विवेक की नौकरी नही लगने के कारण उसे अंदर ही अंदर घुन लग गई।

घुल-मिल जाना - (एक हो जाना)
वाक्य प्रयोग- राजू की माँ ने जूस में चीनी मिलाई और दोनों घुल-मिल गये।

घूंघट का पट खोलना - (अज्ञानता से परदा हटाना)
वाक्य प्रयोग- दुर्गेश ने अपने गांव के सब गरीब लड़कों मुफ्त में शिक्षा देकर पुरे गांव से घूंघट के पट खोल दिये।

घोड़ा बेंचकर सोना - (खूब निश्चिंत होकर सोना)
वाक्य प्रयोग- मैने देखा की बैंक का गार्ड तो घोड़ा बेंचकर सो रहा है।

घोलकर पी जाना - (किसी चीज का अस्तित्व न रहने देना)
वाक्य प्रयोग- आलोक इतना चालाक है की सब को घोलकर पी जाता है।

चंडाल चौकड़ी - (दुष्टों का समूह)
वाक्य प्रयोग- अरे! इन सबसे क्या बात करना, ये तो इस गांव की चंडाल चौकड़ी है।

चंद्रमा बलवान होना - (भाग्य अनुकूल होना)
वाक्य प्रयोग- आज-कल दीपाली के चंद्रमा बलवान है, जो कुछ करती है उसमें लाभ मिलता है।

चंपत हो जाना - (भाग जाना)
वाक्य प्रयोग- सोनल यहाँ काम करती थी वह सारे पैसे लेकर चंपत हो गई।

चकमा देना - (धोखा देना)
वाक्य प्रयोग- सोनाली बदमाश लड़की हैं उसने दीपाली को चकमा दे दिया।

हिंदी मुहावरे 16

गूलर का कीड़ा - (अल्पज्ञ व्यक्ति)
वाक्य प्रयोग- सोनाली को कुछ नही आता वह तो गूलर का कीड़ा है।

गोता खाना - (डूबना, धोखा खाना)
वाक्य प्रयोग- मैं तो उसकी चिकनी-चुपड़ी बातों से गोता खा गया।

घंटा दिखाना - (कोई वस्तु न देना)
वाक्य प्रयोग- मैनै मेरी पेंसिल कविता से मांगी तो उसने घंटा दिखाया।

घट-घट में बसना - (हर एक मनुष्य के हृदय में रहना)
वाक्य प्रयोग- भगवान तो हमारे घट-घट में बसे है।

घड़ियाँ गिनना - (बेताबी से इंतज़ार करना)
वाक्य प्रयोग- सरस्वती मासिक वेतन के लिये बेताबी से घड़ियाँ गिनती रहती है।

घड़ों पानी पड़ना - (दूसरों के सामने हीन सिद्ध होने पर अत्यंत लज्जित होना)
वाक्य प्रयोग- हंसिका एक लड़के के साथ पाये जाने पर मानो हंसिका पर घड़ों पानी पड़ना।

घपले में पड़ना - (खटाई में पड़ना)
वाक्य प्रयोग- जगन गलत काम करता था उसके साथ रहने के कारण योगेश भी घपले में पड़ गया।

घमंड में चूर होना - (अभिमान का अंत होना)
वाक्य प्रयोग- मोनिका अपने आपको बहुत बुद्धिमान समझती थी लेकिन सुनीता से मिलने के बाद उसका घमंड में चूर हो गया।

घर करना - (जमना, बैठना)
वाक्य प्रयोग- मुकेश की तीखी बात संजू भाभी के दिल में घर कर गई।

घर का न घाट का - (बेकाम, निकम्मा)
वाक्य प्रयोग- शैलेश ने पुरानी नौकरी छोड़ दी लेकिन अब नयी नौकरी नहीं मिलने के कारण वह घर का रहा न घाट का।

घर फूंककर तमाशा देखना - (दौलत उड़ाकर मौज करना)
वाक्य प्रयोग- अब इन लोगो को कौन समझाये की घर फूंककर तमाशा देखने से क्या लाभ?

घर में भूंजी भाँग न होना - (अत्यंत निर्धन होना)
वाक्य प्रयोग- तु कोई काम तो करता नहीं इसलिए तेरे घर में भूंजी भाँग भी नहीं है।

घाट-घाट का पानी पीना - (अनेक स्थलों का अनुभव होना)
वाक्य प्रयोग- लता तो घाट-घाट का पानी पी हुई है।

घात में रहना - (हानि पहुँचाने के लिए ताक में रहना)
वाक्य प्रयोग- लोकेश, रोहन को नुकसान पहुँचाने के लिए हमेशा घात में रहता है।

घाव पर नमक छिड़कना - (दुखी व्यक्ति को और दुखी करना)
वाक्य प्रयोग- दिनेश को एक लाख का नुकसान हो गया अब सुनील उसके घाव पर नमक छिड़कता रहता है।

घाव पर मरहम रखना - (सांत्वना देना)
वाक्य प्रयोग- दिनेश को एक लाख का नुकसान हो गया अब उसके घरवाले उसके घावों पर मरहम लगाने कोशिश कर रहे है।

हिंदी मुहावरे 15

गली-गली मारे फिरना - (इधर-उधर भटकना)
वाक्य प्रयोग- आज कल वकील गली-गली तो मारे-मारे फिरते हैं।

छक्के छुडा़ना - (बुरी तरह पराजित करना)
वाक्य प्रयोग- पृथ्वीराज चौहान ने मुहम्मद गोरी के छक्के छुड़ा दिए।

गले पड़ना - (किसी के पीछे पड़े रहना)
वाक्य प्रयोग- जब से लोकेश को उसके पिताजी ने घर से निकाल दिया तब से वह मैरै गले पडा हैं।

टका-सा जवाब देना - (कोरा उत्तर देना)
वाक्य प्रयोग- आशा थी कि कहीं वह मेरी जीविका का प्रबंध कर देगा, पर उसने तो देखते ही टका-सा जवाब दे दिया।

गले बाँधना - (इच्छा के विरुद्ध सौंपना)
वाक्य प्रयोग- गृहस्थी का सारा काम भाइयों ने मेरे गले बाँध दिया है।

टोपी उछालना - (अपमानित करना)
वाक्य प्रयोग- मेरी टोपी उछालने से उसे क्या मिलेगा?

गहरा पेट - (भेद न बताने वाला)
वाक्य प्रयोग- मैं जानती तो तुम्हें यहाँ बुलाती ही नहीं, बड़ा गहरा पेट है तुम्हारा।

तलवे चाटना - (खुशामद करना)
वाक्य प्रयोग- तलवे चाटकर नौकरी करने से तो कहीं डूब मरना अच्छा है।

गाँठ का पूरा - (धनवान)
वाक्य प्रयोग- भाइयों। तुम क्या समझते हो राजेश को वह तो गाँठ का पूरा है।

थाली का बैंगन - (अस्थिर विचार वाला)
वाक्य प्रयोग- जो लोग थाली के बैगन होते हैं, वे किसी के सच्चे मित्र नहीं होते।

गाँठ खोलना - (समस्या दूर करना)
वाक्य प्रयोग- विभीषण ने राम को रावण की मौत राज बता कर राम के लिए गाँठ खोल दी।

दाने-दाने को तरसना - (अत्यंत गरीब होना)
वाक्य प्रयोग- बचपन में मैं दाने-दाने को तरसता फिरा, आज ईश्वर की कृपा है

गुड़ियों का खेल - (बहुत आसान काम)
वाक्य प्रयोग- अरे! यह काम तो गुड़ियों का खेल है।

गुरु घंटाल - (दुष्टों/धूर्तों का नेता या सरदार)
वाक्य प्रयोग- रावण तो सब राक्षसों का गुरु घंटाल था।

गुल करना - (दीपक या चिराग बुझा देना)
वाक्य प्रयोग- हे राम! दीपक ने तो उनके घर का चिराग गुल कर दिया।

गुस्सा उतारना - (क्रोध एक व्यक्ति पर हो और दूसरे को दण्ड देकर अपने दिल को शांत करना)
वाक्य प्रयोग- गलती दिनेश की थी और संगीता ने अपना गुस्सा मनोज पर उतार दिया।

गूंगे का गुड़ - (वह आनंद, सुख का अनुभव जिसका वर्णन न किया जा सके)
वाक्य प्रयोग- भक्त को भगवान के चिंतन में जो आनंद मिलता है वह कहा नहीं जा सकता. वह तो गूंगे का गुड़ ही रहेगा।

हिंदी मुहावरे 14

पानी फेर देना - (निराश कर देना)
वाक्य प्रयोग- उसने तो मेरी आशाओं पर पानी पेर दिया।

नौ-दो-ग्यारह होना - (भागना)
वाक्य प्रयोग- पुलिस को आते देख चोर नौ-दो ग्यारह हो गए।

पानी भरना - (तुच्छ लगना)
वाक्य प्रयोग- तुमने तो जीवन-भर पानी ही भरा है।

हिम्मत हारना - (मनोबल टूटना)
वाक्य प्रयोग- बच्चों। हिम्मत हारना कायरता की निशानी है।

अगर-मगर करना - (टालमटोल करना)
वाक्य प्रयोग- बच्चों। अगर-मगर करने से अब काम चलने वाला नहीं है।

ऋण उतारना - (कर्ज अदा करना)
वाक्य प्रयोग- यह अपने घरवाले से लड़-झगड़ कर अपना ऋण उतारने आई है।

अंगारे बरसाना - (अत्यंत गुस्से से देखना)
वाक्य प्रयोग- अभिमन्यु वध की सूचना पाते ही अर्जुन के नेत्र अंगारे बरसाने लगे।

गरदन दबाना - (विवश/मजबूर करना)
वाक्य प्रयोग- ऐसे आदमी जो दूसरे आदमियों की गरदन दबाते हैं।

आड़े हाथों लेना - (अच्छी तरह काबू करना)
वाक्य प्रयोग- श्रीकृष्ण ने कंस को आड़े हाथों लिया।

घास खोदना - (समय बरबाद करना)
वाक्य प्रयोग- सारी उम्र तुमने घास ही खोदी है।

गरदन रेतना - (ठगना)
वाक्य प्रयोग- इतना सारा रुपैया! सच कहना भाई, किसकी गरदन रेती है?

चौकड़ी भरना - (छलाँगे लगाना)
वाक्य प्रयोग- हिरन चौकड़ी भरते हुए कहीं से कहीं जा पहुँचे।

हिंदी मुहावरे 12

खून के आँसू रुलाना - (अत्यधिक सताना)
वाक्य प्रयोग- स्वर्ग का रास्ता बन्द पाकर राजा साहब अपनी रियासत को ही खून के आँसू रुलाना चाहते थे।

हाथों के तोते उड़ना - (दुख से हैरान होना)
वाक्य प्रयोग- भाई के निधन का समाचार पाते ही उसके हाथों के तोते उड़ गए।

खून-खच्चर होना - (लड़ाई-झगड़ा, मार-पीट होना)
वाक्य प्रयोग- तुमने बहुत अच्छा किया जो उनके साथ न हुए, नहीं तो खून-खच्चर हो जाता।

हवा हो जाना - (गायब हो जाना)
वाक्य प्रयोग- देखते-ही-देखते हलवाई सोहन की साइकिल न जाने कहाँ हवा हो गई ?

पीठ दिखाना - (भाग जाना)
वाक्य प्रयोग- सच्चे वीर युद्धभूमि में अपनी पीठ नहीं दिखाते।

पानी-पानी होना - (लज्जित होना)
वाक्य प्रयोग- ज्योंही सोहन ने माताजी के पर्स में हाथ डाला कि ऊपर से माताजी आ गई। बस, उन्हें देखते ही वह पानी-पानी हो गया।

मुँह में पानी भर आना - (खाने को जी करना)
वाक्य प्रयोग- हलवाई की दुकान पर मीठाई देख सोनाली के मुँह में पानी भर आया।

पानी में आग लगाना - (शांति भंग कर देना)
वाक्य प्रयोग- तुमने तो सदा पानी में आग लगाने का ही काम किया है।

पैर चूमना - (खुशामद करना)
वाक्य प्रयोग- हर समय किसी के पैर चूमना ठीक नहीं।

हिंदी मुहावरे 12

गरदन झुकाना - (लज्जित होना)
वाक्य प्रयोग- मेरा सामना होते ही उसकी गरदन झुक गई।

खटाई में पड़ना - (काम रुक जाना)
वाक्य प्रयोग- दुल्हन यदि बैलगाड़ी से जाती तो कहारों का पैसा खटाई में पड़ जाता।

गरदन पर सवार होना - (पीछे पड़ना)
वाक्य प्रयोग- मेरी गरदन पर सवार होने से तुम्हारा काम नहीं बनने वाला है।

खड़ी पछाड़ें खाना - (खड़े हो-होकर गिऱना)
वाक्य प्रयोग- पति की मृत्यु का समाचार पाते ही विमला खड़ी पछाड़ें खाने लगी।

सिर पर खून सवार होना - (मरने-मारने को तैयार होना)
वाक्य प्रयोग- उसके सिर पर तो हर समय खून सवार रहता है।

खरी-खरी सुनाना - (सच्ची बात कहना)
वाक्य प्रयोग- गोपाल कृष्ण हमेशा खरी-खरी सुनाने वाला आदमी हैं, चाहे किसी को भला लगे या बुरा लगे।

सिर-धड़ की बाजी लगाना - (प्राणों की भी परवाह न करना)
वाक्य प्रयोग- भारतीय वीर देश की रक्षा के लिए सिर-धड़ की बाजी लगा देते हैं।

खाक फाँकना - (इधर-उधर मारा-मारा फिरना)
वाक्य प्रयोग- वह नौकरी की तलाश में चारों तरफ खाक फाँकता था।

सिर नीचा करना - (लजाना)
वाक्य प्रयोग- मुझे देखते ही उसने सिर नीचा कर लिया।

खाट से लगना - (अत्यन्त दुर्बल हो जाना)
वाक्य प्रयोग- अशोक आज-कल इतना बीमार है कि वह खाट/चारपाई से लग ही गया।

हाथ खाली होना - (रुपया-पैसा न होना)
वाक्य प्रयोग- जुआ खेलने के कारण विमला का हाथ खाली हो गया था।

खीस निपोरना - (दीनभाव से कृपा या अनुग्रह की प्रार्थना करना)
वाक्य प्रयोग- गरीबी के कारण दिनेश आज कल सब के सामने खीस निपोरने जैसा हो गया है।

हाथ खींचना - (साथ न देना)
वाक्य प्रयोग- मुसीबत के समय नकली मित्र हाथ खींच लेते हैं।

खुदा की पनाह - (भगवान, ईश्वर बचाए)
वाक्य प्रयोग- बीबी की जूती पैजार से खुदा की पनाह।

हाथ पे हाथ धरकर बैठना - (निकम्मा होना)
वाक्य प्रयोग- उद्यमी कभी भी हाथ पर हाथ धरकर नहीं बैठते हैं, वे तो कुछ करके ही दिखाते हैं।

हिंदी मुहावरे 11

मुँह उतरना - (उदास होना)
वाक्य प्रयोग- आज तुम्हारा मुँह क्यों उतरा हुआ है।

किसी पर हाथ छोड़ देना - किसी को मारना-पीटना
वाक्य प्रयोग- कभी-कभी जयसिंह अपनी बीवी पर हाथ छोड़ देता था।

मुँह ताकना - (दूसरे पर आश्रित होना)
वाक्य प्रयोग- अब गेहूँ के लिए हमें अमेरिका का मुँह नहीं ताकना पड़ेगा।

कोढ़ में खाज - (दुख पर दुख, संकट पर संकट)
वाक्य प्रयोग-

मुँह बंद करना - (चुप कराना)
वाक्य प्रयोग- आजकल रिश्वत ने बड़े-बड़े अफसरों का मुँह बंद कर रखा है।

कोर-कसर न रखना - (हर संभव प्रयास करना)
वाक्य प्रयोग- वह भिन्न-भिन्न प्रकृति और संस्कृति की इन युक्तियों को संघर्ष से बचाने और प्रेम से रखने में कुछ कोर-कसर न रखती थी।

दाँत पीसना - (बहुत ज्यादा गुस्सा करना)
वाक्य प्रयोग- भला मुझ पर दाँत क्यों पीसते हो? शीशा तो शंकर ने तोड़ा है।

कोरा जवाब देना - (साफ इन्कार करना)
वाक्य प्रयोग- अगर सोफिया को क्लर्क से प्रेम न था, तो क्या वह उन्हें कोरा जवाब न दे सकती थी।

दाँत खट्टे करना - (बुरी तरह हराना)
वाक्य प्रयोग- भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी सैनिकों के दाँत खट्टे कर दिए।

कोल्हू का बैल - (बहुत अधिक परिश्रम करना वाला)
वाक्य प्रयोग- कोल्हू के बैल की तरह खटकर सारी उम्र काट दी इसके यहाँ, कभी एक पैसे की जलेबी भी लाकर दी है।

दाँत काटी रोटी - (घनिष्ठता, पक्की मित्रता)
वाक्य प्रयोग- कभी राम और श्याम में दाँत काटी रोटी थी पर आज एक-दूसरे के जानी दुश्मन है।

कौड़ियों के भाव बिकना - (कम दाम पर बिकना)
वाक्य प्रयोग- वह तो ऐसा है उसे तो कोई कौड़ियों के भाव भी नही खरिदेगा।

हिंदी मुहावरे 10

काला बाजार - (वह बाजार जहाँ चोरी की चीजों का क्रय-विक्रय होता है।)
वाक्य प्रयोग- वह बाजार जहाँ चोरी और तस्करी आदि की चीजों का क्रय-विक्रय होता है।

कानोंकान खबर न होना - (बिलकुल पता न चलना)
वाक्य प्रयोग- सोने के ये बिस्कुट ले जाओ, किसी को कानोंकान खबर न हो।

कालिख पोतना - (कलंकित करना)
वाक्य प्रयोग- अब मेरी जान बख्शो, क्यों मेरे मुँह में कालिख पोत रहे हो।

नाक में दम करना - (बहुत तंग करना)
वाक्य प्रयोग- आतंकवादियों ने सरकार की नाक में दम कर रखा है।

काली कोसों - (बहुत दूर)
वाक्य प्रयोग- रामकृष्ण को सुबह दस बजे तरकारी लाने के लिये भेजा था ना की काली कोस।

नाक रखना - (मान रखना)
वाक्य प्रयोग- सच पूछो तो उसने सच कहकर मेरी नाक रख ली।

काले पानी भेजना - (देश निकाले का दंड देना)
वाक्य प्रयोग- देश निकाले का दंड देना, अंडमान द्वीप मेंभेजना जहाँ पहले आजीवन कैद का दंड पाने वालेअपराधी भेजे जाते थे।

नाक रगड़ना - (दीनता दिखाना)
वाक्य प्रयोग- आनंद ने सिपाही के सामने खूब नाक रगड़ी, पर उसने उसे छोड़ा नहीं।

किताबी कीड़ा - (केवल किताबी ज्ञान)
वाक्य प्रयोग- तेरे जैसे किताब के कीड़े को कौन औरत पसन्द करेगी?

नाक पर मक्खी न बैठने देना - (अपने पर आँच न आने देना)
वाक्य प्रयोग- कितनी ही मुसीबतें उठाई, पर उसने नाक पर मक्खी न बैठने दी।

किला फतह करना - (बहुत कठिना काम करना)
वाक्य प्रयोग- अतुल "मैं आर. ए. एस मे पास हो गया।" यह कहकर मानों उन्होंने किला फतह कर लिया हो।

हिंदी मुहावरे 9

काँटों में घसीटना - (बहुत दुख देना) वाक्य प्रयोग- वह हाथ में आ जाता तो काँटों में ऐसा घसीटता कि उसे होश आ जाता।

आँखें सेंकना - (सुंदर वस्तु को देखते रहना) वाक्य प्रयोग- आँख सेंकते रहोगे या कुछ करोगे भी।

काँव-काँव करना - (शोरगुल मचाना) वाक्य प्रयोग- बिरादरी का झंझट जो है, सारा गाँव काँव-काँव करने लगेगा।

आँख उठाना - (देखने का साहस करना) वाक्य प्रयोग- अब वह कभी भी मेरे सामने आँख नहीं उठा सकेगा।

काग़ज की नाव - (न टिकने वाली वस्तु) वाक्य प्रयोग- हमारा शरीर काग़ज की नाव है, अतएव इस पर गर्व नहीं करना चाहिए।

आँख खुलना - (होश आना) वाक्य प्रयोग- जब संबंधियों ने उसकी सारी संपत्ति हड़प ली तब उसकी आँखें खुलीं।

काग़जी घोड़े दौड़ाना - (केवल काग़जी कार्रवाई करना) वाक्य प्रयोग- आप क्या करते हैं, सिर्फ कागजी घोड़े दौड़ाते हैं।

आँखों पर परदा पड़ना - (लोभ के कारण सचाई न दीखना)
वाक्य प्रयोग- जो दूसरों को ठगा करते हैं, उनकी आँखों पर परदा पड़ा हुआ है।

काटो तो खून नहीं - (स्तब्ध हो जाना, सन्न हो जाना)
वाक्य प्रयोग- मुझे काटो तो खून नहीं, तब क्या बात सचमुच ही यहाँ तक बढ़ गई थी?

आँखों का कांटा - (अप्रिय व्यक्ति)
वाक्य प्रयोग- प्रवीण की आँखों का कांटा तो केवल रामकृष्ण ही है।

कान का कच्चा - (बिना सोचे-बिचारे दूसरों की बातों पर विश्वास कर लेने वाला)
वाक्य प्रयोग- पन्तजी ऐसे पहले महाकवि नहीं थे जो ऐसे मामलों में कान के कच्चे थे।

आँखों में समाना - (दिल में बस जाना)
वाक्य प्रयोग- गिरधर गोपाल(भगवान श्रीकृष्ण) मीरा की आँखों में समा गया।

कान काटना - (चालाकी, धूर्तता में सबसे बढ़कर होना)
वाक्य प्रयोग- मान गया बहू जी तुम्हें, वाह, क्या हिकमत निकाली है। हम सबके कान काट लिए।

कारूँ का खजाना - (कुबेर का कोष, अतुल धनराशि)
वाक्य प्रयोग- कुबेर का कोष अतुल धनराशि

कान का कच्चा - (सुनते ही किसी बात पर विश्वास करना)
वाक्य प्रयोग- जो मालिक कान के कच्चे होते हैं वे भले कर्मचारियों पर भी विश्वास नहीं करते।

काला धन - (बेईमानी और तस्करी आदि से पैदा किया हुआ धन)
वाक्य प्रयोग- भारत मे राजनेताओं के पास बहुत काला धन जमा है।

कान पर जूँ तक न रेंगना - (कुछ असर न होना)
वाक्य प्रयोग- माँ ने गौरव को बहुत समझाया, किन्तु उसके कान पर जूँ तक नहीं रेंगी।

हिंदी मुहावरे 8

छाती पर सवार होना - (आ जाना) वाक्य प्रयोग- अभी वह बात कर रही थी कि बच्चे उसके छाती पर सवार हो गए।

एक न चलने देना - (कोई काम न होने देना) वाक्य प्रयोग- जज ने तो पुलिस का पक्ष करना चाहा था, पर डॉक्टर इर्फान अली ने उसकी एक न चलने दी।

जहर उगलना - (द्वेषपूर्ण बात करना) वाक्य प्रयोग- पडोसी देश चीन और पाकिस्तान हमारे देश के प्रति हमेशा जहर उगलते रहते है।

एक मुट्ठी अन्न को तरसना - (गरीब होना) वाक्य प्रयोग- बंगाल के अकाल में लोग एक मुट्ठी अन्न को तरस गए।

जलती आग में घी डालना - (क्रोध बढ़ाना) वाक्य प्रयोग- बहन ने भाई की शिकायत करके जलती आग में भी डाल दिया।

एक ही थैली के चट्टे-बट्टे - (एक ही प्रकार के लोग) वाक्य प्रयोग- भगवती ने ज़रा व्यंग्य से कहा, सब एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं।

जमीन आसमान एक करना - (बहुत प्रयन्त करना) वाक्य प्रयोग- मै शहर में अच्छा मकान लेने के लिए जमीन आसमान एक कर रहा हूँ परन्तु सफलता नहीं मिल रही है।

एहसान उतारना - (उपकार का प्रत्युपकार करना) वाक्य प्रयोग- अगर हमारे उन पर कुछ एहसान थे भी, तो आज उन्होंने सब उतार दिए।

जान पर खेलना - (प्राण की परवाह न करना) वाक्य प्रयोग- भगत सिंह देशभक्ति के लिए अपनी जान पर खेल गए।

औंधी खोपड़ी - (बुद्धिहीनता, उलटी बुद्धि) वाक्य प्रयोग- मिट गए पर ऐंठ है अब भी बनी, है अज़ब औंधी हमारी खोपड़ी।

जूते चाटना - (जी में जी करना) वाक्य प्रयोग- वह नेताओं की जूते चाटते चाटते नहीं थक रहा।

औने-पौने में निकालना - (घाटा उठाकर बेचना) वाक्य प्रयोग- मैंने तो यही सोचा है कि कोई गाहक लग जाय तो एक्के को औने-प ने निकाल दूँ।

झक मारना - (विवश होना) वाक्य प्रयोग- दूसरा कोई साधन नहीं है, झक मारकर तुम्हे साइकिल से जाना पड़ेगा।

कबाब में हड्डी - (सुखोपभोग में बाधक होना) वाक्य प्रयोग- एक बार तो मेरे जी में आया कि चलो लौट चलो, क्यों खामखाह किसी के कबाब में हड्डी बन रहे हो।

अक्ल के पीछे लठ लिए फिरना - (समझाने पर भी न मानना) वाक्य प्रयोग- तुम तो सदैव अक्ल के पीछे लठ लिए फिरते हो।

कमर कसना - (तैयार होना) वाक्य प्रयोग- दिपाली ने निश्चय किया कि वह कमर कसकर नए सिरे से अपना जीवन-संघर्ष आरम्भ करेगी।

आँखों में गिरना - (सम्मानरहित होना) वाक्य प्रयोग- कुरसी की होड़ ने सरकार को जनता की आँखों में गिरा दिया।

कलेजा बैठना - (घोर दु:ख/ग्लानि होना)वाक्य प्रयोग- यह याद करके मेरा कलेजा बैठा जा रहा है कि अब मैं आप लोगों के लिए कुछ भी न कर सकूँगा।

आँख मारना - (इशारा करना) वाक्य प्रयोग- गवाह मेरे भाई का मित्र निकला, उसने उसे आँख मारी, अन्यथा वह मेरे विरुद्ध गवाही दे देता।

कलेजे पर पत्थर रखना - (जी कड़ा करना) वाक्य प्रयोग- यह सशंकिता विधवा अपने कलेजे पर पत्थर रखकर अपनी इस प्यारी संतान को त्याग देने के लिए बाध्य हुई।

चौक पूरना - (पूजा आदि पवित्र कार्य के लिए आटे और अबीर-हल्दी से चौखटा बनाकर उसके भीतर तरह-तरह की आकृतियाँ बनाना) वाक्य प्रयोग- पूजा आदि पवित्र कार्य के लिए आटे और अबीर-हल्दी से चौखटा बनाकर उसके भीतर तरह-तरह की आकृतियाँ बनाना।
कलेजे का टुकड़ा - (पुत्र) वाक्य प्रयोग- वे अपने ही कलेजे के टुकड़े हैं।

कलेजे में आग लगना - (दु:ख देना) वाक्य प्रयोग- यह शब्द उसके कलेजे में चुभ गए थे।

कसौटी पर कसना - (जाँच करना) वाक्य प्रयोग- निस्सन्देह कृष्ण भगवान ने मुझे प्रेम-कसौटी पर कसा और मैं खोटी निकली।

कहा-सुनी हो जाना - (झगड़ा, वाद-विवाद होना) वाक्य प्रयोग- प्राय: बच्चों के पीछे पति-पत्नी में कहा-सुनी हो जाती थी।

कहानी समाप्त होना - (मृत्यु हो जाना) वाक्य प्रयोग- जिस समय उसने जबरदस्ती मुझे अपनी विशाल भुजाओं में घेर लिया उस समय मैंने सोचा कि कहानी समाप्त हो गई।

कहीं का न रखना - (किसी काम का न छोड़ना) वाक्य प्रयोग- आपने सारी जायदाद चौपट कर दी, हम लोगों को कहीं का न रखा।

काँटा निकालना - (बाधा दूर करना) वाक्य प्रयोग- यह न समझो कि मैं अपने लिए, अपने पहलू का काँटा निकालने के लिए तुमसे ये बातें कर रही हूँ।

काँटा बोना - (अनिष्ट करना) वाक्य प्रयोग- मैं ऐसा पागल नहीं हूँ कि जो मुझे काँटे बोये, मैं उसके लिए फूल बोता फिरूँ।

आँख बिछाना - (प्रतीक्षा करना) वाक्य प्रयोग- रामकृष्ण बहुत दिनों से परीक्षा के परिणाम के इंतजार में आँखें बिछाये बैठा हैं।

हिंदी मुहावरे 7

ईंट का जवाब पत्थर से देना - (कठोर दुष्ट के साथ कठोरता का व्यवहार करना) वाक्य प्रयोग- ईंट का जवाब पत्थर से देना अहिंसा के विरुद्ध है।

खून पसीना एक करना - (अधिक परिश्रम करना) वाक्य प्रयोग- खून पसीना एक करके विद्यार्थी परीक्षा में सफल होते है।

ईंट से ईंट बज जाना - (सर्वनाश हो जाना) वाक्य प्रयोग- आग लगे ऐसी कमाई में! ऐसी कमाई से लोगों की ईंट से ईंट बज जाए।

खून खौलना - (क्रोधित होना) वाक्य प्रयोग- झूठ बातें सुनते ही मेरा खून खौलने लगता है।

ईद का चाँद होना - (बहुत समय बाद दिखाई देना) वाक्य प्रयोग- सोहन! आप तो ईद के चाँद हो गए।

खून का प्यासा - (जानी दुश्मन होना) वाक्य प्रयोग- उसकी क्या बात कर रहे हो, वह तो मेरे खून का प्यासा हो गया है।

ईमान बेचना - (बेईमानी करना) वाक्य प्रयोग- दुनिया में अनेक आदमी एक-एक कौड़ी के लिए ईमान बेचते हैं।

गले का हार होना - (बहुत प्रिय होना) वाक्य प्रयोग- छोटू अपने घर में गले का हार बन गया है।

उगल देना - (रहस्य/भेद/राज प्रकट कर देना) वाक्य प्रयोग- पुलिस का डंडा पड़ते ही सोहन ने सारा भेद/राज उगल दिया।

गला छूटना - (पिंड छोड़ना) वाक्य प्रयोग- बुरी तरह फँस गया था किन्तु अब गला छूट गया।

उड़न-छू हो जाना - (गायब हो जाना) वाक्य प्रयोग- एक दिन जो भी हाथ लगा वही लेकर वह उड़न-छू हो गया।

गर्दन पर छुरी चलाना - (नुकसान पहुचाना) वाक्य प्रयोग- मुझे पता चल गया कि विरोधियों से मिलकर किस तरह मेरे गले पर छुरी चला रहे थे।

उठते-बैठते - (सरलता से, आसानी से) वाक्य प्रयोग- मैं उठते-बैठते आठ-दस रुपये पैदा कर ही लेता हूँ।

कंघी-चोटी करना - (श्रृंगार करना) वाक्य प्रयोग- आज सबेरे से मेरी ही सेवा में लगी रही। नहलाया-धुलाया, कंघी-चोटी की, कपड़े-बपड़े पहनाये, सभी उसी ने किया।

गड़े मुर्दे उखाड़ना - (पुरानी बातों का याद दिलाना) वाक्य प्रयोग- आप समय देख कर चलें, गड़े मुर्दें उखाड़ना ठीक नहीं है।

कंचन बरसना - (बहुत अधिक लाभ होना) वाक्य प्रयोग- सुजान की खेती में कई साल से कंचन बरस रहा था।

गागर में सागर भरना - (थोड़े शब्दों में अधिक बातें कहना) वाक्य प्रयोग- बिहारी ने अपने दोहों में ऐसा भाव भरा है, लगता है कवि ने गागर में सागर भर दिया है।

कच्चा चबाना - (कठोर दण्ड देना) वाक्य प्रयोग- नारायणी भी तो आने वाली थी, कब आएगी? उसे तो तेरी भाभी कच्चा ही चबा जाएगी।

गुल खिलना - (नयी बात का भेद खुलना, विचित्र बातें होना) वाक्य प्रयोग- सुनते रहिये, देखिये अभी क्या गुल खिलेगा।

कच्ची गोली खेलना - (अनाड़ीपन) वाक्य प्रयोग- आप शायद चाहते होंगे, जब आपको राजा साहब से रुपये मिल जाते तो आप मुझे दो हजार रुपये दे देते तो मैं ऐसी कच्ची गोली नहीं खेलता।

गिरगिट की तरह रंग बदलना - (बातें बदलना) वाक्य प्रयोग- गिरगिट की तरह रंग बदलने से तुम्हारी कोई इज्जत नहीं करेगा।

कट जाना - (बहुत लज्जित होना) वाक्य प्रयोग- जब मैं स्त्रियों के ऊपर दया दिखाने का उत्साह पुरुषों में देखती हूँ तो जैसे कट जाती हूँ।

घर का न घाट का - (कहीं का नहीं) वाक्य प्रयोग- तुम्हारी आदत ने तुम्हे न घर का न घाट का बना रखा है।

कठपुतली की तरह नचाना - (अपनी इच्छानुसार काम कराना) वाक्य प्रयोग- यही लोग उन बेचारों को कठपुतली की तरह नचा रहे हैं।

घाव पर नमक छिड़कना - (दुःख में दुःख देना) वाक्य प्रयोग- राम वैसे ही दुखी है, तुम उसे परेशान करके घाव पर नमक छिड़क रहे हो।

कढ़ी का-सा उबाल - (शीघ्र ही समाप्त हो जाने वाला जोश) वाक्य प्रयोग- मैं उस पर विश्वास नहीं कर सकता, क्योंकि उसमें कढ़ी का-सा उबाल आता है।

कन्नी काटना - (कतराकर, बचकर किनारे से निकल जाना) वाक्य प्रयोग- आवारा लड़कों को सड़क पर खड़ा देखकर सोनाली कन्नी काटकर दूर से निकल गयी।

कब्र में पाँव लटकाना - (मौत के निकट आना) वाक्य प्रयोग- अब मुझे अम्मा कब्र में पैर लटकाए दीख पड़ती थीं।

छाती पर पत्थर रखना - (कठोर ह्रदय) वाक्य प्रयोग- उसने छाती पर पत्थर रखकर अपने पुत्र को विदेश भेजा था।

एक न चलना - (कोई युक्ति सफल न होना) वाक्य प्रयोग- भगवती ने बहुत तर्क-कुतर्क किया, पर प्रवीण के आगे उसकी एक न चली।

हिंदी मुहावरे 6

मिट्टी के मोल - (बहुत सस्ता) वाक्य प्रयोग- यह मकान मिट्टी के मोल बिक गया।

मुट्ठी गरम करना - (घूस देना) वाक्य प्रयोग- चलो मुट्ठी गरम कराओ, आज ही काम करवा देता हूँ।

मुँह बंद कर देना - (शांत कराना) वाक्य प्रयोग- तुम धमकी देकर मेरा मुँह बंद कर देना चाहते हो।

आँख लगना - (सो जाना) वाक्य प्रयोग- वह रात को पुस्तक लेकर बैठा था कि आँख लग गई।

आँखे खुलना - (सचेत होना) वाक्य प्रयोग- ठोकर खाने के बाद ही बहुत से लोगों की आँखे खुलती है।

आँख/आँखों का तारा होना - (बहुत प्रिय होना) वाक्य प्रयोग- सोहन अपनी माँ की आँखों का तारा है।

आँख का तारा - (बहुत प्यारा) वाक्य प्रयोग- आज्ञाकारी बच्चा माँ-बाप की आँखों का तारा होता है।

अंग-अंग ढीले होना - (थका होना) वाक्य प्रयोग- शाम को घर पहुंचते पहुंचते अंग-अंग ढीले हो चुके होते हैं।

आँखे दिखाना - (बहुत क्रोध करना) वाक्य प्रयोग- राम से मैंने सच बातें कह दी, तो वह मुझे आँख दिखाने लगा।

अंग-अंग मुस्काना - (रोम रोम से प्रसन्नता छलकना) वाक्य प्रयोग- लक्ष्य प्राप्ति पर उसके अंग–अंग मुस्काने लगे।

आसमान से बातें करना - (बहुत ऊँचा होना) वाक्य प्रयोग- आजकल ऐसी ऐसी इमारते बनने लगी है, जो आसमान से बातें करती है।

अंग धरना - (पहनना/धारण करना) वाक्य प्रयोग- ऋतु के अनुसार वस्त्र अंग धरने चाहिए।

ईंट से ईंट बजाना - (पूरी तरह से नष्ट करना) वाक्य प्रयोग- राम चाहता था कि वह अपने शत्रु के घर की ईंट से ईंट बजा दे।

अंग टूटना - (शरीर में दर्द होना) वाक्य प्रयोग- आज मेरा अंग-अंग टूट रहा है।

ईंट का जबाब पत्थर से देना - (जबरदस्त बदला लेना) वाक्य प्रयोग- भारत अपने दुश्मनों को ईंट का जबाब पत्थर से देगा।

अंग लगना -(हजम हो जाना/काम में आना) वाक्य प्रयोग- रोज रोज के पकवान उसके अंग लग गये हैं।

ईद का चाँद होना - (बहुत दिनों बाद दिखाई देना) वाक्य प्रयोग- राम, तुम तो कभी दिखाई ही नहीं देते, ऐसा लगता है कि तुम ईद के चाँद हो गए हो।

अंग लगाना - (लिपटना) वाक्य प्रयोग- दिनों बाद मिले मित्र को उसने अंग लगा लिया।

उड़ती चिड़िया पहचानना - (रहस्य की बात दूर से जान लेना) वाक्य प्रयोग- वह इतना अनुभवी है कि उसे उड़ती चिड़िया पहचानने में देर नहीं लगती।

अंग से अंग चुराना - (संकुचित होना) वाक्य प्रयोग- आज कल बाज़ारों में इतनी भीड़ होती है की चलते समय अंग से अंग चुराने पड़ते है।

उन्नीस बीस का अंतर होना - (बहुत कम अंतर होना) वाक्य प्रयोग- राम और श्याम की पहचान कर पाना बहुत कठिन है, क्योंकि दोनों में उन्नीस बीस का ही अंतर है।

अंगार सिर पर रखना - (कष्ट सहना) वाक्य प्रयोग- कर्महीन व्यक्ति के सिर पर अंगार रहते है।

उलटी गंगा बहाना - (अनहोनी हो जाना) वाक्य प्रयोग- राम किसी से प्रेम से बात कर ले, तो उलटी गंगा बह जाए।

अंगारे उगलना - (कठोर बात कहना) वाक्य प्रयोग- वह बातें क्या कर रहा था, मानो अँगारे उगल रहा था।

उधेड़बुन में रहना - (चिन्ता/फिक्र में रहना) वाक्य प्रयोग- दिपाली सदैव इसी उधेड़बुन में रहती है कि इस शैतान को कैसे पंजे में लाऊँ।

उम्र ढलना - (यौवनावस्था का उतार) वाक्य प्रयोग- उम्र ढलने के साथ बहुत से व्यक्ति गंभीर होने लगते हैं।

उलटी-सीधी सुनाना - (डांटना-फटकारना) वाक्य प्रयोग- सारा, ये दिपाली अकारण मुझे उलटी-सीधी सुनाती रहती है।

उलटे छुरे से मूड़ना - (उल्लू बनाकर धन ऐंठना या काम निकालना) वाक्य प्रयोग- जयपुर में मुस्तण्डे पुलिस वाले गरीब गाँव वालों को उलटे उस्तरे से मूंड देते हैं।

उल्लू का पट्ठा - (निरा मूर्ख) वाक्य प्रयोग- अरुण की बात सुनकर उसने कहा कि यह तो उल्लू का पट्ठा हैं।

उलटे पाँव लौटना - (वापस लौट जाना/आना) वाक्य प्रयोग- मनोहर की बात सुनकर उसका मन हुआ था कि वह उलटे पैरों लौट जाए।
उंगली उठना - (निन्दा/बदनामी होना) वाक्य प्रयोग- ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे आपकी की ओर उंगली उठे।
उंगली पकड़कर पौंहचा पकड़ना - (थोड़ा-सा सहारा पाकर विशेष की प्राप्ति के लिए प्रयास करना) वाक्य प्रयोग- थोड़ा-सा सहारा पाकर विशेष की प्राप्ति के लिए प्रयास करना
उंगलियों पर नचाना - (इच्छानुसार काम कराना) वाक्य प्रयोग- मैं इन दोनों को उंगलियों पर नचाऊंगा।

इज्जत बेचना - (पैसा लेकर अपनी इज्जत लुटाना) वाक्य प्रयोग- आप क्या समझते हैं कि मजदूर इस तरह अपनी इज्जत बेचते फिरते हैं?

ख़ाक छानना - (दुःख उठाना) वाक्य प्रयोग- मैंने आपके लिए सारे जगत की छान डाली।

हिंदी मुहावरे 5

कमर कसना - (तैयार होना) वाक्य प्रयोग- शत्रुओं से लड़ने के लिए भारतीयों को कमर कसकर तैयार हो जाना चाहिए।

अंचल पसारना - (नम्रता से मांगना) वाक्य प्रयोग- जरूरतमंद हर किसी के आगे अंचल पसारता है।

कलेजा मुँह का आना - (भयभीत होना) वाक्य प्रयोग- गुंडे को देख कर उसका कलेजा मुँह को आ गया।

अंजर पंजर ढीले होना - (पुर्जो का बिगड़ जाना/अंग-अंग ढीले होना) वाक्य प्रयोग- दस किलोमिटर चलते ही उसके तो अंजर पंजर ढीले हो गए।

कलेजे पर सांप लोटना - (ईर्ष्या करना) वाक्य प्रयोग- राम के प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने पर मोहन की माँ के कलेजे पर सांप लोट गया।

अंटी बाज - (दगाबाज) वाक्य प्रयोग- सावधान रहना, वह अंटीबाज है।

कमर टूट जाना - (बहुत बड़ी हानि होना)
वाक्य प्रयोग- डाकुओं ने जब से उसके घर को लूटा है, उसकी कमर ही टूट गयी है।

अंटी में रखना - (छिपाकर रखना) वाक्य प्रयोग- सत्य कभी अंटी में नहीं रखा रहता।

किताब का कीड़ा होना - (पढाई के अलावा कुछ न करना) वाक्य प्रयोग- विद्यार्थी को केवल किताब का कीड़ा नहो होना चाहिए।
अंधा बनना - (जान-बूझकर किसी बात पर ध्यान न देना) वाक्य प्रयोग- भाई, तुम्हारी मर्जी है, तुम जान-बूझकर अँधे बन रहे हो।

ऊँच-नीच समझाना - (भलाई-बुराई समझाना) वाक्य प्रयोग- अभिनव ने बहुत ऊँच-नीच सुझाया, लेकिन रघु पर कोई असर नहीं हुआ।

चल बसना - (मर जाना) वाक्य प्रयोग- उसकी माँ अचानक ही चल बसी।
ऊँट के मुँह में जीरा - (आवश्यकता से बहुत कम) वाक्य प्रयोग- एक लड्डू तो बहुत कम है, ये तो ऊँट के मुँह में जीरा बात हो गयी।

चार चाँद लगाना - (चौगुनी शोभा देना) वाक्य प्रयोग- निबन्धों में मुहावरों का प्रयोग करने से चार चाँद लग जाता है।

ऊलजलूल बकना - (फालतु बातें करना) वाक्य प्रयोग- महेन्द्र, तुम सठिया गए हो, तभी तो ऐसी ऊल-जलूल बातें करते हो।

चिकना घड़ा होना - (बेशर्म होना) वाक्य प्रयोग- तुम ऐसा चिकना घड़ा हो तुम्हारे ऊपर कहने सुनने का कोई असर नहीं पड़ता।

एक आँख न भाना - (तनिक भी अच्छा न लगना) वाक्य प्रयोग- भाभी को अपनी देवरानी का यों रानी बने बैठे रहना एक आँख न भाता था।

चिराग तले अँधेरा - (भलाई में बुराई) वाक्य प्रयोग- छात्र की मूर्खता पर शिक्षक ने कहा बेटा चिराग तले अँधेरा होता है।

एक कान सुनना, दूसरे से निकालना - (किसी बात पर ध्यान न देना) वाक्य प्रयोग- विभाग के अध्यापकों ने यह सूचना एक कान से सुनी और दूसरे से निकाल दी।

चैन की बंशी बजाना - (मौज करना) वाक्य प्रयोग- आजकल राम चैन की बंशी बजा रहा है।

एक की दो कहना - (थोड़ी बात के लिए बहुत अधिक भला-बुरा कहना) वाक्य प्रयोग- कड़ी बात तक चिन्ता नहीं, कोई एक की दो कह ले।

छक्के छुड़ाना - (परेशान करना) वाक्य प्रयोग- झाँसी की रानी ने थोड़ी सी सेना के बल पर अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिया था।

एकटक देखना - (बिना पलक गिराए देखते रहना।) वाक्य प्रयोग- मग्गी उसे मुग्ध होकर, एकटक देखती रहती है।

छप्पर फाडकर देना - (बिना मेहनत का अधिक धन पाना) वाक्य प्रयोग- ईश्वर जिसे देता है, छप्पर फाड़कर देता है।

एक तीर से दो शिकार करना - (एक युक्ति या साधन से दो काम करना) वाक्य प्रयोग- इस बार उसने ऐसी बुद्धिमानी से काम किया कि उसके शत्रु पराजित हो गए और उसके मित्रों तथा संबंधियों को अच्छे-अच्छे पद प्राप्त हो गए।इस प्रकार उसने एक तीर से दो शिकार कर लिए

टका सा जबाब देना - (साफ़ इनकार करना) वाक्य प्रयोग- मै नौकरी के लिए मैनेज़र से मिला लेकिन उन्होंने टका सा जबाब दे दिया।

टस से मस न होना - (कुछ भी प्रभाव न पड़ना) वाक्य प्रयोग- दवा लाने के लिए मै घंटों से कह रहा हूँ, परन्तु आप आप टस से मस नहीं हो रहे हैं।

टोपी उछालना - (अपमान करना) वाक्य प्रयोग- अपने घर को देखो, दूसरों की टोपी उछालने से क्या लाभ?

डकार जाना - (हड़प जाना) वाक्य प्रयोग- सियाराम अपने भाई की सारी संपत्ति डकार गया।

तिल का ताड़ बनाना - (छोटी बातों को बढ़ा देना) वाक्य प्रयोग- मै समझ रहा हूँ कि तुम तिल को ताड़ बनाकर झगड़ा कर रहे हो।

तूती बोलना - (प्रभावशाली होना) वाक्य प्रयोग- सत्ता में सोनिया गांधी की तूती बोल रही थी।

थूक कर चाटना - (बात देकर फिरना) वाक्य प्रयोग- मै राम की तरह थूक कर चाटना वाला नहीं हूँ।

दम टूटना - (मर जाना) वाक्य प्रयोग- शेर ने एक ही गोली में दम तोड़ दिया।

दाल में काला होना - (संदेह होना) वाक्य प्रयोग- हम लोगों की ओट में ये जिस तरह धीरे -धीरे बातें कर रहें है, उससे मुझे दाल में काला लग रहा है।

बाजी मारना - (जीत पाना) वाक्य प्रयोग- आज आपने खेल में बाजी मार लि।

बात बनाना - (बहाना बनाना) वाक्य प्रयोग- तुम हर काम में बात बनाना जानते हो।

भीगी बिल्ली होना - (बिलकुल डर जाना) वाक्य प्रयोग- वह अपने पापा के सामने भीगी बिल्ली हो जाता है।

हिंदी मुहावरे 3

६०.बाजी मारना (जीत पाना ) - आज आपने खेल में बाजी मार लिया .
६१.बात बनाना (बहाना बनाना ) - तुम हर काम में बात बनाना जानते हो .
६२.भीगी बिल्ली होना (बिलकुल डर जाना) - वह अपने पापा के सामने भीगी बिल्ली हो जाता है .
६३.मिट्टी के मोल (बहुत सस्ता ) - यह मकान मिट्टी के मोल बिक गया .
६४.मुट्ठी गरम करना (घूस लेना ) - चलो मुट्ठी गरम कराओ, आज ही काम करवा देता हूँ.
६५.मुँह बंद कर देना (शांत कराना) - तुम धमकी देकर मेरा मुँह बंद कर देना चाहते हो .

अक्ल का अंधा - (मूर्ख, बेवकूफ) वाक्य प्रयोग- जैसा तुम समझतो हो वैसा वह अक्ल का अँधा नहीं है।

अक्ल ठिकाने लगना - (होश ठीक होना) वाक्य प्रयोग- आप ऐसा करो फिर देखो कैसे चार दिन में सबकी अक्ल ठिकाने लगती है।

अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना - (स्वयं अपनी प्रशंसा करना ) वाक्य प्रयोग- अच्छे आदमियों को अपने मुहँ मियाँ मिट्ठू बनना शोभा नहीं देता।

अपनी खिचड़ी अलग पकाना - (सबसे अलग रहना) वाक्य प्रयोग- आप लोग किसी के साथ मिलकर काम करना नहीं जानते, अपनी खिचड़ी अलग पकाते हो।
अक्ल का चरने जाना - (समय पर बुद्धि का काम न करना / समझ का अभाव होना) वाक्य प्रयोग- इतना भी समझ नहीं सके, क्या अक्ल चरने गए है?
अपने पैरों पर खड़ा होना - (स्वालंबी होना) वाक्य प्रयोग- युवकों को अपने पैरों पर खड़े होने पर ही विवाह करना चाहिए।

आग-बबूला होना - (गुस्सा करना) वाक्य प्रयोग- लड़के को नकल करते देखकर गुरुजी आग बबूला हो गए।

अक्ल का दुश्मन - (मूर्ख) वाक्य प्रयोग- राम तुम मेरी बात क्यों नहीं मानते, लगता है आजकल तुम अक्ल के दुश्मन हो गए हो।

आना-कानी करना - (बहाने बनाना) वाक्य प्रयोग- राम उससे जब पुस्तक माँगने लगा तो वह आना-कानी करने लगा।

अपना उल्लू सीधा करना - (मतलब निकालना) वाक्य प्रयोग- आजकल के नेता अपना अपना उल्लू सीधा करने के लिए ही लोगों को भड़काते है

अंगारे बरसना - (तेज धूप पड़ना) वाक्य प्रयोग- जयेष्ठ माह में अंगारे बरसते हैं।

कलेजा टूक टूक होना - (शोक में दुखी होना) वाक्य प्रयोग- पुत्र की मृत्यु का स्मरण होते ही कलेजा टूक टूक हो जाता है।

अंगारों पर लोटना - (ईष्या से जलना) वाक्य प्रयोग- सौतन को सामने देख वह अंगारों पर लोटने लगी।

कागजी घोड़े दौड़ाना - (बेहद लिखी पढ़ी करना) वाक्य प्रयोग- कुछ काम धाम क्यों नहीं करते, केवल कागजी घोड़े दौड़ाने से क्या लाभ?

अंगुठा चुसना - (खुशामद करना) वाक्य प्रयोग- स्वाभिमानी कभी किसीका अंगुठा नहीं चुसते।



हिंदी मुहावरे २

३१.गागर में सागर भरना (थोड़े शब्दों में अधिक बातें कहना )बिहारी ने अपने दोहों में ऐसा भाव भरा है,लगता है कवि ने गागर में सागर भर दिया है .
३२.गुल खिलना (नयी बात का भेद खुलना ,विचित्र बातें होना) सुनते रहिये ,देखिये अभी क्या गुल खिलेगा .
३३.गिरगिट की तरह रंग बदलना (बातें बदलना) गिरगिट की तरह रंग बदलने से तुम्हारी कोई इज्जत नहीं करेगा .
३४.घर का न घाट का (कहीं का नहीं )तुम्हारी आदत ने तुम्हे न घर का न घाट का बना रखा है .
३५.घाव पर नमक छिड़कना (दुःख में दुःख देना )राम वैसे ही दुखी है ,तुम उसे परेशान करके घाव पर नमक छिड़क रहे हो

चल बसना (मर जाना ) उसकी माँ अचानक ही चल बसी .
३७.चार चाँद लगाना (चौगुनी शोभा देना ) निबन्धों में मुहावरों का प्रयोग करने से चार चाँद लग जाता है .
३८.चिकना घड़ा होना (बेशर्म होना ) तुम ऐसा चिकना घड़ा हो तुम्हारे ऊपर कहने सुनने का कोई असर नहीं पड़ता .
३९.चिराग तले अँधेरा (भलाई में बुराई) छात्र की मूर्खता पर शिक्षक ने कहा बेटा चिराग तले अँधेरा होता है .
४०.चैन की बंशी बजाना(मौज करना ) आजकल राम चैन की बंशी बजा रहा है .
४१.छक्के छुड़ाना ( परेशान करना ) झाँसी की रानी ने थोड़ी सी सेना के बल पर अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिया था .
४२.छप्पर फाडकर देना (बिना मेहनत का अधिक धन पाना) ईश्वर जिसे देता है ,छप्पर फाड़कर देता है .
४३.छाती पर पत्थर रखना (कठोर ह्रदय) उसने छाती पर पत्थर रखकर अपने पुत्र को विदेश भेजा था .
४४.छाती पर सवार होना (आ जाना) अभी वह बात कर रही थी कि बच्चे उसके छाती पर सवार हो गए .
४५.जहर उगलना (द्वेषपूर्ण बात करना )पडोसी देश चीन और पाकिस्तान हमारे देश के प्रति हमेशा जहर उगलते रहते है .
४६.जलती आग में घी डालना (क्रोध बढ़ाना)बहन ने भाई की शिकायत करके जलती आग में भी डाल दिया .
४७.जमीन आसमान एक करना (बहुत प्रयन्त करना)मै शहर में अच्छा मकान लेने के लिए जमीन आसमान एक कर दे रहा हूँ परन्तु सफलता नहीं मिल रही है .
४८.जान पर खेलना (प्राण की परवाह न करना) भगत सिंह देशभक्ति के लिए अपनी जान पर खेल गए .
४९.जूते चाटना(जी में जी करना) वह नेताओं की जूते चाटते चाटते थक गया .
५०.झक मारना (विवश होना)दूसरा कोई साधन नहीं है . झक मारकर तुम्हे साइकिल से जाना पड़ेगा

टका सा जबाब देना ( साफ़ इनकार करना ) - मै नौकरी के लिए मैनेज़र से मिला लेकिन उन्होंने टका सा जबाब दे दिया .
५२.टस से मस न होना ( कुछ भी प्रभाव न पड़ना ) - दवा लाने के लिए मै घंटों से कह रहा हूँ , परन्तु आप आप टस से मस नहीं हो रहे हैं .
५३.टोपी उछालना (अपमान करना ) - अपने घर को देखो ,दूसरों की टोपी उछालने से क्या लाभ ?
५४. डकार जाना ( हड़प जाना ) - सियाराम अपने भाई की सारी संपत्ति डकार गया .
५५. तिल का ताड़ बनाना (छोटी बातों को बढ़ा देना ) - मै समझ रहा हूँ कि तुम तिल को ताड़ बनाकर झगड़ा कर रहे हो .
५६.तूती बोलना (प्रभावशाली होना ) - सत्ता में सोनिया गांधी की तूती बोल रही थी .
५७.थूक कर चाटना (बात देकर फिरना ) - मै राम की तरह थूक कर चाटना वाला नहीं हूँ.
५८.दम टूटना (मर जाना ) - शेर ने एक ही गोली में दम तोड़ दिया .
५९.दाल में काला होना (संदेह होना ) - हम लोगों की ओट में ये जिस तरह धीरे -धीरे बातें कर रहें है, उससे मुझे दाल में काला लग रहा है .

हिंदी मुहावरे 1


१.अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना - (स्वयं अपनी प्रशंसा करना ) - अच्छे आदमियों को अपने मुहँ मियाँ मिट्ठू बनना शोभा नहीं देता ।
२.अक्ल का चरने जाना - (समझ का अभाव होना) - इतना भी समझ नहीं सके ,क्या अक्ल चरने गए है ?
३.अपने पैरों पर खड़ा होना - (स्वालंबी होना) - युवकों को अपने पैरों पर खड़े होने पर ही विवाह करना चाहिए ।
४.अक्ल का दुश्मन - (मूर्ख) - राम तुम मेरी बात क्यों नहीं मानते ,लगता है आजकल तुम अक्ल के दुश्मन हो गए हो ।
५.अपना उल्लू सीधा करना - (मतलब निकालना) - आजकल के नेता अपना अपना उल्लू सीधा करने के लिए ही लोगों को भड़काते है ।

६.आँखे खुलना - (सचेत होना) - ठोकर खाने के बाद ही बहुत से लोगों की आँखे खुलती है ।
७.आँख का तारा - (बहुत प्यारा) - आज्ञाकारी बच्चा माँ -बाप की आँखों का तारा होता है ।
८.आँखे दिखाना - (बहुत क्रोध करना) - राम से मैंने सच बातें कह दी , तो वह मुझे आँख दिखाने लगा ।
९.आसमान से बातें करना - (बहुत ऊँचा होना) - आजकल ऐसी ऐसी इमारते बनने लगी है ,जो आसमान से बातें करती है ।
१० .ईंट से ईंट बजाना - (पूरी तरह से नष्ट करना) - राम चाहता था कि वह अपने शत्रु के घर की ईंट से ईंट बजा दे।
११.ईंट का जबाब पत्थर से देना - (जबरदस्त बदला लेना) - भारत अपने दुश्मनों को ईंट का जबाब पत्थर से देगा ।
१२.ईद का चाँद होना - (बहुत दिनों बाद दिखाई देना) - राम ,तुम तो कभी दिखाई ही नहीं देते ,ऐसा लगता है कि तुम ईद के चाँद हो गए हो ।
१३.उड़ती चिड़िया पहचानना - (रहस्य की बात दूर से जान लेना) - वह इतना अनुभवी है कि उसे उड़ती चिड़िया पहचानने में देर नहीं लगती ।
१४.उन्नीस बीस का अंतर होना - (बहुत कम अंतर होना) - राम और श्याम की पहचान कर पाना बहुत कठिन है ,क्योंकि दोनों में उन्नीस बीस का ही अंतर है ।
१५.उलटी गंगा बहाना - (अनहोनी हो जाना) - राम किसी से प्रेम से बात कर ले ,तो उलटी गंगा बह जाए

१६.कलेजा टूक टूक होना (शोक में दुखी होना ) - पुत्र की मृत्यु का स्मरण होते ही कलेजा टूक टूक हो जाता है .
१७.कागजी घोड़े दौड़ाना ( बेहद लिखी पढ़ी करना ) कुछ काम धाम क्यों नहीं करते ,केवल कागजी घोड़े दौड़ाने से क्या लाभ ?
१८.कमर कसना (तैयार होना ) शत्रुओं से लड़ने के लिए भारतीयों को कमर कसकर तैयार हो जाना चाहिए .
१९.कलेजा मुँह का आना (भयभीत होना ) गुंडे को देख कर उसका कलेजा मुँह को आ गया .
२०. कलेजे पर सांप लोटना (ईर्ष्या करना ) राम के प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने पर मोहन की माँ के कलेजे पर सांप लोट गया .
२१. कमर टूट जाना -(बहुत बड़ी हानि होना) डाकुओं ने जब से उसके घर को लूटा है ,उसकी कमर ही टूट गयी है .
२२. किताब का कीड़ा होना (पढाई के अलावा कुछ न करना ) विद्यार्थी को केवल किताब का कीड़ा नहो होना चाहिए .
२३.ख़ाक छानना (दुःख उठाना ) मैंने आपके लिए सारे जगत की छान डाली .
२४.खून पसीना एक करना ( अधिक परिश्रम करना ) खून पसीना एक करके विद्यार्थी परीक्षा में सफल होते है .
२५.खून खौलना (क्रोधित होना ) झूठ बातें सुनते ही मेरा खून खौलने लगता है .
२६.खून का प्यासा (जानी दुश्मन होना )उसकी क्या बात कर रहे हो ,वह तो मेरे खून का प्यासा हो गया है .
२७.गले का हार होना (बहुत प्रिय होना )छोटू अपने घर में गले का हार बन गया है .
२८.गला छूटना (पिंड छोड़ना)बुरी तरह फँस गया था किन्तु अब गला छूट गया .
२९.गर्दन पर छुरी चलाना (नुकसान पहुचाना) मुझे पता चल गया कि विरोधियों से मिलकर किस तरह मेरे गले पर छुरी चला रहे थे .
३०.गड़े मुर्दे उखाड़ना (पुरानी बातों का याद दिलाना )आप समय देख कर चलें . गड़े मुर्दें उखाड़ना ठीक नहीं है .

Thursday 10 March 2016

सुधार (कथा-कहानी) --- हरिशंकर परसाई | Harishankar Parsai

एक जनहित की संस्‍था में कुछ सदस्‍यों ने आवाज उठाई, 'संस्‍था का काम असंतोषजनक चल रहा है। इसमें बहुत सुधार होना चाहिए। संस्‍था बरबाद हो रही है। इसे डूबने से बचाना चाहिए। इसको या तो सुधारना चाहिए या भंग कर देना चाहिए।
संस्‍था के अध्‍यक्ष ने पूछा कि किन-किन सदस्‍यों को असंतोष है।
दस सदस्‍यों ने असंतोष व्‍यक्‍त किया।
अध्‍यक्ष ने कहा, 'हमें सब लोगों का सहयोग चाहिए। सबको संतोष हो, इसी तरह हम काम करना चाहते हैं। आप दस सज्‍जन क्‍या सुधार चाहते हैं, कृपा कर बतलावें।'
और उन दस सदस्‍यों ने आपस में विचार कर जो सुधार सुझाए, वे ये थे -
'संस्‍था में चार सभापति, तीन उप-सभापति और तीन मंत्री और होने चाहिए...'

Thursday 3 March 2016

बिल्ली मेरा रास्ता काट गई.



आज सुबह मैं जेसे ही घर से निकला..
एक बिल्ली मेरा रास्ता काट गई..
मैं वहीँ रुक गया..

तो बिल्ली हँसते हुए बोली:
अबे निकल जा.. तेरी तो शादी हो चुकी हे…
अब इससे बुरा तेरा क्या होगा….

Wednesday 2 March 2016

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संता पैराशूट बेच रहा था…


संता पैराशूट बेच रहा था…

हवाई जहाज से कूदो,
बटन दबाओ
और जमीन पर सुरक्षित पहुंच जाओ…

ग्राहक: अगर पैराशूट नहीं खुला तो…

संता: तो पैसे वापिस…

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