Monday, 14 March 2016

हिंदी मुहावरे 11

मुँह उतरना - (उदास होना)
वाक्य प्रयोग- आज तुम्हारा मुँह क्यों उतरा हुआ है।

किसी पर हाथ छोड़ देना - किसी को मारना-पीटना
वाक्य प्रयोग- कभी-कभी जयसिंह अपनी बीवी पर हाथ छोड़ देता था।

मुँह ताकना - (दूसरे पर आश्रित होना)
वाक्य प्रयोग- अब गेहूँ के लिए हमें अमेरिका का मुँह नहीं ताकना पड़ेगा।

कोढ़ में खाज - (दुख पर दुख, संकट पर संकट)
वाक्य प्रयोग-

मुँह बंद करना - (चुप कराना)
वाक्य प्रयोग- आजकल रिश्वत ने बड़े-बड़े अफसरों का मुँह बंद कर रखा है।

कोर-कसर न रखना - (हर संभव प्रयास करना)
वाक्य प्रयोग- वह भिन्न-भिन्न प्रकृति और संस्कृति की इन युक्तियों को संघर्ष से बचाने और प्रेम से रखने में कुछ कोर-कसर न रखती थी।

दाँत पीसना - (बहुत ज्यादा गुस्सा करना)
वाक्य प्रयोग- भला मुझ पर दाँत क्यों पीसते हो? शीशा तो शंकर ने तोड़ा है।

कोरा जवाब देना - (साफ इन्कार करना)
वाक्य प्रयोग- अगर सोफिया को क्लर्क से प्रेम न था, तो क्या वह उन्हें कोरा जवाब न दे सकती थी।

दाँत खट्टे करना - (बुरी तरह हराना)
वाक्य प्रयोग- भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी सैनिकों के दाँत खट्टे कर दिए।

कोल्हू का बैल - (बहुत अधिक परिश्रम करना वाला)
वाक्य प्रयोग- कोल्हू के बैल की तरह खटकर सारी उम्र काट दी इसके यहाँ, कभी एक पैसे की जलेबी भी लाकर दी है।

दाँत काटी रोटी - (घनिष्ठता, पक्की मित्रता)
वाक्य प्रयोग- कभी राम और श्याम में दाँत काटी रोटी थी पर आज एक-दूसरे के जानी दुश्मन है।

कौड़ियों के भाव बिकना - (कम दाम पर बिकना)
वाक्य प्रयोग- वह तो ऐसा है उसे तो कोई कौड़ियों के भाव भी नही खरिदेगा।

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