Monday 14 March 2016

हिंदी मुहावरे 8

छाती पर सवार होना - (आ जाना) वाक्य प्रयोग- अभी वह बात कर रही थी कि बच्चे उसके छाती पर सवार हो गए।

एक न चलने देना - (कोई काम न होने देना) वाक्य प्रयोग- जज ने तो पुलिस का पक्ष करना चाहा था, पर डॉक्टर इर्फान अली ने उसकी एक न चलने दी।

जहर उगलना - (द्वेषपूर्ण बात करना) वाक्य प्रयोग- पडोसी देश चीन और पाकिस्तान हमारे देश के प्रति हमेशा जहर उगलते रहते है।

एक मुट्ठी अन्न को तरसना - (गरीब होना) वाक्य प्रयोग- बंगाल के अकाल में लोग एक मुट्ठी अन्न को तरस गए।

जलती आग में घी डालना - (क्रोध बढ़ाना) वाक्य प्रयोग- बहन ने भाई की शिकायत करके जलती आग में भी डाल दिया।

एक ही थैली के चट्टे-बट्टे - (एक ही प्रकार के लोग) वाक्य प्रयोग- भगवती ने ज़रा व्यंग्य से कहा, सब एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं।

जमीन आसमान एक करना - (बहुत प्रयन्त करना) वाक्य प्रयोग- मै शहर में अच्छा मकान लेने के लिए जमीन आसमान एक कर रहा हूँ परन्तु सफलता नहीं मिल रही है।

एहसान उतारना - (उपकार का प्रत्युपकार करना) वाक्य प्रयोग- अगर हमारे उन पर कुछ एहसान थे भी, तो आज उन्होंने सब उतार दिए।

जान पर खेलना - (प्राण की परवाह न करना) वाक्य प्रयोग- भगत सिंह देशभक्ति के लिए अपनी जान पर खेल गए।

औंधी खोपड़ी - (बुद्धिहीनता, उलटी बुद्धि) वाक्य प्रयोग- मिट गए पर ऐंठ है अब भी बनी, है अज़ब औंधी हमारी खोपड़ी।

जूते चाटना - (जी में जी करना) वाक्य प्रयोग- वह नेताओं की जूते चाटते चाटते नहीं थक रहा।

औने-पौने में निकालना - (घाटा उठाकर बेचना) वाक्य प्रयोग- मैंने तो यही सोचा है कि कोई गाहक लग जाय तो एक्के को औने-प ने निकाल दूँ।

झक मारना - (विवश होना) वाक्य प्रयोग- दूसरा कोई साधन नहीं है, झक मारकर तुम्हे साइकिल से जाना पड़ेगा।

कबाब में हड्डी - (सुखोपभोग में बाधक होना) वाक्य प्रयोग- एक बार तो मेरे जी में आया कि चलो लौट चलो, क्यों खामखाह किसी के कबाब में हड्डी बन रहे हो।

अक्ल के पीछे लठ लिए फिरना - (समझाने पर भी न मानना) वाक्य प्रयोग- तुम तो सदैव अक्ल के पीछे लठ लिए फिरते हो।

कमर कसना - (तैयार होना) वाक्य प्रयोग- दिपाली ने निश्चय किया कि वह कमर कसकर नए सिरे से अपना जीवन-संघर्ष आरम्भ करेगी।

आँखों में गिरना - (सम्मानरहित होना) वाक्य प्रयोग- कुरसी की होड़ ने सरकार को जनता की आँखों में गिरा दिया।

कलेजा बैठना - (घोर दु:ख/ग्लानि होना)वाक्य प्रयोग- यह याद करके मेरा कलेजा बैठा जा रहा है कि अब मैं आप लोगों के लिए कुछ भी न कर सकूँगा।

आँख मारना - (इशारा करना) वाक्य प्रयोग- गवाह मेरे भाई का मित्र निकला, उसने उसे आँख मारी, अन्यथा वह मेरे विरुद्ध गवाही दे देता।

कलेजे पर पत्थर रखना - (जी कड़ा करना) वाक्य प्रयोग- यह सशंकिता विधवा अपने कलेजे पर पत्थर रखकर अपनी इस प्यारी संतान को त्याग देने के लिए बाध्य हुई।

चौक पूरना - (पूजा आदि पवित्र कार्य के लिए आटे और अबीर-हल्दी से चौखटा बनाकर उसके भीतर तरह-तरह की आकृतियाँ बनाना) वाक्य प्रयोग- पूजा आदि पवित्र कार्य के लिए आटे और अबीर-हल्दी से चौखटा बनाकर उसके भीतर तरह-तरह की आकृतियाँ बनाना।
कलेजे का टुकड़ा - (पुत्र) वाक्य प्रयोग- वे अपने ही कलेजे के टुकड़े हैं।

कलेजे में आग लगना - (दु:ख देना) वाक्य प्रयोग- यह शब्द उसके कलेजे में चुभ गए थे।

कसौटी पर कसना - (जाँच करना) वाक्य प्रयोग- निस्सन्देह कृष्ण भगवान ने मुझे प्रेम-कसौटी पर कसा और मैं खोटी निकली।

कहा-सुनी हो जाना - (झगड़ा, वाद-विवाद होना) वाक्य प्रयोग- प्राय: बच्चों के पीछे पति-पत्नी में कहा-सुनी हो जाती थी।

कहानी समाप्त होना - (मृत्यु हो जाना) वाक्य प्रयोग- जिस समय उसने जबरदस्ती मुझे अपनी विशाल भुजाओं में घेर लिया उस समय मैंने सोचा कि कहानी समाप्त हो गई।

कहीं का न रखना - (किसी काम का न छोड़ना) वाक्य प्रयोग- आपने सारी जायदाद चौपट कर दी, हम लोगों को कहीं का न रखा।

काँटा निकालना - (बाधा दूर करना) वाक्य प्रयोग- यह न समझो कि मैं अपने लिए, अपने पहलू का काँटा निकालने के लिए तुमसे ये बातें कर रही हूँ।

काँटा बोना - (अनिष्ट करना) वाक्य प्रयोग- मैं ऐसा पागल नहीं हूँ कि जो मुझे काँटे बोये, मैं उसके लिए फूल बोता फिरूँ।

आँख बिछाना - (प्रतीक्षा करना) वाक्य प्रयोग- रामकृष्ण बहुत दिनों से परीक्षा के परिणाम के इंतजार में आँखें बिछाये बैठा हैं।

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