चेहरा उतरना - (चिन्ता, लज्जा, शोक या दुख होना)
वाक्य प्रयोग- धर्मेंद्र की करतुत सुन कर सारे परिवार वालों लज्जा से चेहरा उतर गया।
चेहरा खिल उठना - (प्रसन्न होना)
वाक्य प्रयोग- अभिजीत को देखते ही तारिका का चेहरा खुशी से खिल उठा।
चेहरा तमतमाना - (अत्यधिक क्रोध करना)
वाक्य प्रयोग- मुजरिम को देखते ही दया का चेहरा क्रोध से तमतमाने लगा।
चेहरा फ़क पड़ जाना - (चेहरा उतर जाना, सकपका जाना)
वाक्य प्रयोग- अप्रत्याशित बात के सुनते ही प्रवीण का चेहरा फ़क पड़ गया।
चैन की नींद सोना - (निशिचन्त रहना, सुखपूर्वक रहना)
वाक्य प्रयोग- प्रवीण की परीक्षा समाप्त हो गई अब वह चैन की नींद सो सकेगा।
चोला छोड़ना - (मरना, शरीर त्यागना)
वाक्य प्रयोग- मुरारी जी भले आदमी थे आज सुबह ही उन्होने जीवन रूपी चोला छोड़ दिया।
चोली-दामन का साथ - (घनिष्ठ सम्बन्ध, साथ-साथ चलने वाली वस्तुएँ)
वाक्य प्रयोग- सारा और दीपाली हमेशा साथ-साथ रहती है ऐसा लगता है जैसे चोली-दामन का साथ हो।
चौकड़ी भूल जाना - (घबड़ा जाना, सिटपिटा जाना)
वाक्य प्रयोग- अपने पिताजी को देखते ही राजू सारी चौकड़ी भूल गया।
अंग-अंग मुसकाना - (बहुत प्रसन्न होना)
वाक्य प्रयोग- आज उसका अंग-अंग मुसकरा रहा है।
अंग-अंग टूटना - (सारे बदन में दर्द होना)
वाक्य प्रयोग- इस ज्वर ने तो मेरा अंग-अंग तोड़कर रख दिया।
चौका-बरतन करना - (बरतन माँजने और रसोईघर धोने या लीपने-पोतने का काम करना)
वाक्य प्रयोग- उसे कहाँ समय मिलता है वह तो बैचारी चौका-बरतन में ही पुरी हो जाती है।
वाक्य प्रयोग- धर्मेंद्र की करतुत सुन कर सारे परिवार वालों लज्जा से चेहरा उतर गया।
चेहरा खिल उठना - (प्रसन्न होना)
वाक्य प्रयोग- अभिजीत को देखते ही तारिका का चेहरा खुशी से खिल उठा।
चेहरा तमतमाना - (अत्यधिक क्रोध करना)
वाक्य प्रयोग- मुजरिम को देखते ही दया का चेहरा क्रोध से तमतमाने लगा।
चेहरा फ़क पड़ जाना - (चेहरा उतर जाना, सकपका जाना)
वाक्य प्रयोग- अप्रत्याशित बात के सुनते ही प्रवीण का चेहरा फ़क पड़ गया।
चैन की नींद सोना - (निशिचन्त रहना, सुखपूर्वक रहना)
वाक्य प्रयोग- प्रवीण की परीक्षा समाप्त हो गई अब वह चैन की नींद सो सकेगा।
चोला छोड़ना - (मरना, शरीर त्यागना)
वाक्य प्रयोग- मुरारी जी भले आदमी थे आज सुबह ही उन्होने जीवन रूपी चोला छोड़ दिया।
चोली-दामन का साथ - (घनिष्ठ सम्बन्ध, साथ-साथ चलने वाली वस्तुएँ)
वाक्य प्रयोग- सारा और दीपाली हमेशा साथ-साथ रहती है ऐसा लगता है जैसे चोली-दामन का साथ हो।
चौकड़ी भूल जाना - (घबड़ा जाना, सिटपिटा जाना)
वाक्य प्रयोग- अपने पिताजी को देखते ही राजू सारी चौकड़ी भूल गया।
अंग-अंग मुसकाना - (बहुत प्रसन्न होना)
वाक्य प्रयोग- आज उसका अंग-अंग मुसकरा रहा है।
अंग-अंग टूटना - (सारे बदन में दर्द होना)
वाक्य प्रयोग- इस ज्वर ने तो मेरा अंग-अंग तोड़कर रख दिया।
चौका-बरतन करना - (बरतन माँजने और रसोईघर धोने या लीपने-पोतने का काम करना)
वाक्य प्रयोग- उसे कहाँ समय मिलता है वह तो बैचारी चौका-बरतन में ही पुरी हो जाती है।