चाँद पर थूकना - (किसी महान व्यक्ति पर कलंक लगाना फिर भी स्वयं अपमानित होना)
वाक्य प्रयोग- अन्ना हजारे पर थूकने से क्या होगा, ये तो चाँद पर थूकना जैसी बात हुयी।
चाँदी कटना - (खूब लाभ कमाना)
वाक्य प्रयोग- आज कल शेयर बाजार रोहन की तो चाँदी कट रही है।
चाँदी के टुकड़े - (धन, संपत्ति, स्र्पये)
वाक्य प्रयोग- उसने चाँदी के टुकड़ों के लिए अपना ईमान बेच दिया है।
चाक चौबंद - (चौकन्ना, हर दृष्टि से होशयार-चतुर)
वाक्य प्रयोग- भाई! आज के समय में आपका चाक चौबंद होना बहुत जरूरी है।
चादर देखकर पाँव फैलाना - (आय के अनुसार खर्च करना, शक्ति के अनुसार काम करना)
वाक्य प्रयोग- कमल को ज़रूरत के हिसाब चादर देखकर पाँव फैलाने चाहिए।
चाम के दाम चलाना - (अन्याय करना)
वाक्य प्रयोग- भाई साहब आज के जमाने में चाम के दाम नहीं चलते।
आँखें चार होना - (किसी से नजरें मिलाना, प्रेम होना)
वाक्य प्रयोग- अरे वाह सरस्वती! आपकी किस से आँखें चार हो गयी?
चार चाँद लगना - (शोभा, सौंदर्य की अत्यधिक वृद्धि करना)
वाक्य प्रयोग- मिलन दुल्हन के रूप में सजी तो उसकी खूबसूरती में चार चाँद लग गये।
चार पैसे - (थोड़ा-सा धन)
वाक्य प्रयोग- रघुनाथ का बस चलता तो प्रेमनाथ चार पैसे के आदमी हो गया होता।
चार सौ बीस - (धूर्त, कपटी)
वाक्य प्रयोग- सनी तो बहुत ही चार सौ बीसी वाला आदमी है।
चिकना घड़ा - (निर्लज्ज, बेहया, बेशरम)
वाक्य प्रयोग- हे भगवान! क्या करे इस आदमी का ये तो बड़ा ही चिकना घड़ा है।
चिकना देखकर फिसल पड़ना - (सुन्दर रूप-रंग देखकर मुग्ध हो जाना)
वाक्य प्रयोग- मेनका की चिकनाट देख कर विस्वामित्र तो फिसल पड़े।
चिकनी चुपड़ी बातें - (मीठी बहकाने या धोखा देने वाली बातें)
वाक्य प्रयोग- आज देखो सुमन को कैसे चिकनी चुपड़ी बातें कर रही है कोई काम होगा इसको।
चिड़िया का दूध - (ऐसी वस्तु जिसका अस्तित्व न हो)
वाक्य प्रयोग- ये काम नही हो सकता ये तो चिड़िया के दूध जैसा काम है।
चिड़िया फँसाना - (मालदार आदमी या स्त्री को अपने वश में करना )
वाक्य प्रयोग- दीपक ने एक बहुत खूबसूरत चिड़िया(लड़की) को अपने जाल में फँसा रखा है।
वाक्य प्रयोग- अन्ना हजारे पर थूकने से क्या होगा, ये तो चाँद पर थूकना जैसी बात हुयी।
चाँदी कटना - (खूब लाभ कमाना)
वाक्य प्रयोग- आज कल शेयर बाजार रोहन की तो चाँदी कट रही है।
चाँदी के टुकड़े - (धन, संपत्ति, स्र्पये)
वाक्य प्रयोग- उसने चाँदी के टुकड़ों के लिए अपना ईमान बेच दिया है।
चाक चौबंद - (चौकन्ना, हर दृष्टि से होशयार-चतुर)
वाक्य प्रयोग- भाई! आज के समय में आपका चाक चौबंद होना बहुत जरूरी है।
चादर देखकर पाँव फैलाना - (आय के अनुसार खर्च करना, शक्ति के अनुसार काम करना)
वाक्य प्रयोग- कमल को ज़रूरत के हिसाब चादर देखकर पाँव फैलाने चाहिए।
चाम के दाम चलाना - (अन्याय करना)
वाक्य प्रयोग- भाई साहब आज के जमाने में चाम के दाम नहीं चलते।
आँखें चार होना - (किसी से नजरें मिलाना, प्रेम होना)
वाक्य प्रयोग- अरे वाह सरस्वती! आपकी किस से आँखें चार हो गयी?
चार चाँद लगना - (शोभा, सौंदर्य की अत्यधिक वृद्धि करना)
वाक्य प्रयोग- मिलन दुल्हन के रूप में सजी तो उसकी खूबसूरती में चार चाँद लग गये।
चार पैसे - (थोड़ा-सा धन)
वाक्य प्रयोग- रघुनाथ का बस चलता तो प्रेमनाथ चार पैसे के आदमी हो गया होता।
चार सौ बीस - (धूर्त, कपटी)
वाक्य प्रयोग- सनी तो बहुत ही चार सौ बीसी वाला आदमी है।
चिकना घड़ा - (निर्लज्ज, बेहया, बेशरम)
वाक्य प्रयोग- हे भगवान! क्या करे इस आदमी का ये तो बड़ा ही चिकना घड़ा है।
चिकना देखकर फिसल पड़ना - (सुन्दर रूप-रंग देखकर मुग्ध हो जाना)
वाक्य प्रयोग- मेनका की चिकनाट देख कर विस्वामित्र तो फिसल पड़े।
चिकनी चुपड़ी बातें - (मीठी बहकाने या धोखा देने वाली बातें)
वाक्य प्रयोग- आज देखो सुमन को कैसे चिकनी चुपड़ी बातें कर रही है कोई काम होगा इसको।
चिड़िया का दूध - (ऐसी वस्तु जिसका अस्तित्व न हो)
वाक्य प्रयोग- ये काम नही हो सकता ये तो चिड़िया के दूध जैसा काम है।
चिड़िया फँसाना - (मालदार आदमी या स्त्री को अपने वश में करना )
वाक्य प्रयोग- दीपक ने एक बहुत खूबसूरत चिड़िया(लड़की) को अपने जाल में फँसा रखा है।