गरदन झुकाना - (लज्जित होना)
वाक्य प्रयोग- मेरा सामना होते ही उसकी गरदन झुक गई।
खटाई में पड़ना - (काम रुक जाना)
वाक्य प्रयोग- दुल्हन यदि बैलगाड़ी से जाती तो कहारों का पैसा खटाई में पड़ जाता।
गरदन पर सवार होना - (पीछे पड़ना)
वाक्य प्रयोग- मेरी गरदन पर सवार होने से तुम्हारा काम नहीं बनने वाला है।
खड़ी पछाड़ें खाना - (खड़े हो-होकर गिऱना)
वाक्य प्रयोग- पति की मृत्यु का समाचार पाते ही विमला खड़ी पछाड़ें खाने लगी।
सिर पर खून सवार होना - (मरने-मारने को तैयार होना)
वाक्य प्रयोग- उसके सिर पर तो हर समय खून सवार रहता है।
खरी-खरी सुनाना - (सच्ची बात कहना)
वाक्य प्रयोग- गोपाल कृष्ण हमेशा खरी-खरी सुनाने वाला आदमी हैं, चाहे किसी को भला लगे या बुरा लगे।
सिर-धड़ की बाजी लगाना - (प्राणों की भी परवाह न करना)
वाक्य प्रयोग- भारतीय वीर देश की रक्षा के लिए सिर-धड़ की बाजी लगा देते हैं।
खाक फाँकना - (इधर-उधर मारा-मारा फिरना)
वाक्य प्रयोग- वह नौकरी की तलाश में चारों तरफ खाक फाँकता था।
सिर नीचा करना - (लजाना)
वाक्य प्रयोग- मुझे देखते ही उसने सिर नीचा कर लिया।
खाट से लगना - (अत्यन्त दुर्बल हो जाना)
वाक्य प्रयोग- अशोक आज-कल इतना बीमार है कि वह खाट/चारपाई से लग ही गया।
हाथ खाली होना - (रुपया-पैसा न होना)
वाक्य प्रयोग- जुआ खेलने के कारण विमला का हाथ खाली हो गया था।
खीस निपोरना - (दीनभाव से कृपा या अनुग्रह की प्रार्थना करना)
वाक्य प्रयोग- गरीबी के कारण दिनेश आज कल सब के सामने खीस निपोरने जैसा हो गया है।
हाथ खींचना - (साथ न देना)
वाक्य प्रयोग- मुसीबत के समय नकली मित्र हाथ खींच लेते हैं।
खुदा की पनाह - (भगवान, ईश्वर बचाए)
वाक्य प्रयोग- बीबी की जूती पैजार से खुदा की पनाह।
हाथ पे हाथ धरकर बैठना - (निकम्मा होना)
वाक्य प्रयोग- उद्यमी कभी भी हाथ पर हाथ धरकर नहीं बैठते हैं, वे तो कुछ करके ही दिखाते हैं।
वाक्य प्रयोग- मेरा सामना होते ही उसकी गरदन झुक गई।
खटाई में पड़ना - (काम रुक जाना)
वाक्य प्रयोग- दुल्हन यदि बैलगाड़ी से जाती तो कहारों का पैसा खटाई में पड़ जाता।
गरदन पर सवार होना - (पीछे पड़ना)
वाक्य प्रयोग- मेरी गरदन पर सवार होने से तुम्हारा काम नहीं बनने वाला है।
खड़ी पछाड़ें खाना - (खड़े हो-होकर गिऱना)
वाक्य प्रयोग- पति की मृत्यु का समाचार पाते ही विमला खड़ी पछाड़ें खाने लगी।
सिर पर खून सवार होना - (मरने-मारने को तैयार होना)
वाक्य प्रयोग- उसके सिर पर तो हर समय खून सवार रहता है।
खरी-खरी सुनाना - (सच्ची बात कहना)
वाक्य प्रयोग- गोपाल कृष्ण हमेशा खरी-खरी सुनाने वाला आदमी हैं, चाहे किसी को भला लगे या बुरा लगे।
सिर-धड़ की बाजी लगाना - (प्राणों की भी परवाह न करना)
वाक्य प्रयोग- भारतीय वीर देश की रक्षा के लिए सिर-धड़ की बाजी लगा देते हैं।
खाक फाँकना - (इधर-उधर मारा-मारा फिरना)
वाक्य प्रयोग- वह नौकरी की तलाश में चारों तरफ खाक फाँकता था।
सिर नीचा करना - (लजाना)
वाक्य प्रयोग- मुझे देखते ही उसने सिर नीचा कर लिया।
खाट से लगना - (अत्यन्त दुर्बल हो जाना)
वाक्य प्रयोग- अशोक आज-कल इतना बीमार है कि वह खाट/चारपाई से लग ही गया।
हाथ खाली होना - (रुपया-पैसा न होना)
वाक्य प्रयोग- जुआ खेलने के कारण विमला का हाथ खाली हो गया था।
खीस निपोरना - (दीनभाव से कृपा या अनुग्रह की प्रार्थना करना)
वाक्य प्रयोग- गरीबी के कारण दिनेश आज कल सब के सामने खीस निपोरने जैसा हो गया है।
हाथ खींचना - (साथ न देना)
वाक्य प्रयोग- मुसीबत के समय नकली मित्र हाथ खींच लेते हैं।
खुदा की पनाह - (भगवान, ईश्वर बचाए)
वाक्य प्रयोग- बीबी की जूती पैजार से खुदा की पनाह।
हाथ पे हाथ धरकर बैठना - (निकम्मा होना)
वाक्य प्रयोग- उद्यमी कभी भी हाथ पर हाथ धरकर नहीं बैठते हैं, वे तो कुछ करके ही दिखाते हैं।