गली-गली मारे फिरना - (इधर-उधर भटकना)
वाक्य प्रयोग- आज कल वकील गली-गली तो मारे-मारे फिरते हैं।
छक्के छुडा़ना - (बुरी तरह पराजित करना)
वाक्य प्रयोग- पृथ्वीराज चौहान ने मुहम्मद गोरी के छक्के छुड़ा दिए।
गले पड़ना - (किसी के पीछे पड़े रहना)
वाक्य प्रयोग- जब से लोकेश को उसके पिताजी ने घर से निकाल दिया तब से वह मैरै गले पडा हैं।
टका-सा जवाब देना - (कोरा उत्तर देना)
वाक्य प्रयोग- आशा थी कि कहीं वह मेरी जीविका का प्रबंध कर देगा, पर उसने तो देखते ही टका-सा जवाब दे दिया।
गले बाँधना - (इच्छा के विरुद्ध सौंपना)
वाक्य प्रयोग- गृहस्थी का सारा काम भाइयों ने मेरे गले बाँध दिया है।
टोपी उछालना - (अपमानित करना)
वाक्य प्रयोग- मेरी टोपी उछालने से उसे क्या मिलेगा?
गहरा पेट - (भेद न बताने वाला)
वाक्य प्रयोग- मैं जानती तो तुम्हें यहाँ बुलाती ही नहीं, बड़ा गहरा पेट है तुम्हारा।
तलवे चाटना - (खुशामद करना)
वाक्य प्रयोग- तलवे चाटकर नौकरी करने से तो कहीं डूब मरना अच्छा है।
गाँठ का पूरा - (धनवान)
वाक्य प्रयोग- भाइयों। तुम क्या समझते हो राजेश को वह तो गाँठ का पूरा है।
थाली का बैंगन - (अस्थिर विचार वाला)
वाक्य प्रयोग- जो लोग थाली के बैगन होते हैं, वे किसी के सच्चे मित्र नहीं होते।
गाँठ खोलना - (समस्या दूर करना)
वाक्य प्रयोग- विभीषण ने राम को रावण की मौत राज बता कर राम के लिए गाँठ खोल दी।
दाने-दाने को तरसना - (अत्यंत गरीब होना)
वाक्य प्रयोग- बचपन में मैं दाने-दाने को तरसता फिरा, आज ईश्वर की कृपा है
गुड़ियों का खेल - (बहुत आसान काम)
वाक्य प्रयोग- अरे! यह काम तो गुड़ियों का खेल है।
गुरु घंटाल - (दुष्टों/धूर्तों का नेता या सरदार)
वाक्य प्रयोग- रावण तो सब राक्षसों का गुरु घंटाल था।
गुल करना - (दीपक या चिराग बुझा देना)
वाक्य प्रयोग- हे राम! दीपक ने तो उनके घर का चिराग गुल कर दिया।
गुस्सा उतारना - (क्रोध एक व्यक्ति पर हो और दूसरे को दण्ड देकर अपने दिल को शांत करना)
वाक्य प्रयोग- गलती दिनेश की थी और संगीता ने अपना गुस्सा मनोज पर उतार दिया।
गूंगे का गुड़ - (वह आनंद, सुख का अनुभव जिसका वर्णन न किया जा सके)
वाक्य प्रयोग- भक्त को भगवान के चिंतन में जो आनंद मिलता है वह कहा नहीं जा सकता. वह तो गूंगे का गुड़ ही रहेगा।
वाक्य प्रयोग- आज कल वकील गली-गली तो मारे-मारे फिरते हैं।
छक्के छुडा़ना - (बुरी तरह पराजित करना)
वाक्य प्रयोग- पृथ्वीराज चौहान ने मुहम्मद गोरी के छक्के छुड़ा दिए।
गले पड़ना - (किसी के पीछे पड़े रहना)
वाक्य प्रयोग- जब से लोकेश को उसके पिताजी ने घर से निकाल दिया तब से वह मैरै गले पडा हैं।
टका-सा जवाब देना - (कोरा उत्तर देना)
वाक्य प्रयोग- आशा थी कि कहीं वह मेरी जीविका का प्रबंध कर देगा, पर उसने तो देखते ही टका-सा जवाब दे दिया।
गले बाँधना - (इच्छा के विरुद्ध सौंपना)
वाक्य प्रयोग- गृहस्थी का सारा काम भाइयों ने मेरे गले बाँध दिया है।
टोपी उछालना - (अपमानित करना)
वाक्य प्रयोग- मेरी टोपी उछालने से उसे क्या मिलेगा?
गहरा पेट - (भेद न बताने वाला)
वाक्य प्रयोग- मैं जानती तो तुम्हें यहाँ बुलाती ही नहीं, बड़ा गहरा पेट है तुम्हारा।
तलवे चाटना - (खुशामद करना)
वाक्य प्रयोग- तलवे चाटकर नौकरी करने से तो कहीं डूब मरना अच्छा है।
गाँठ का पूरा - (धनवान)
वाक्य प्रयोग- भाइयों। तुम क्या समझते हो राजेश को वह तो गाँठ का पूरा है।
थाली का बैंगन - (अस्थिर विचार वाला)
वाक्य प्रयोग- जो लोग थाली के बैगन होते हैं, वे किसी के सच्चे मित्र नहीं होते।
गाँठ खोलना - (समस्या दूर करना)
वाक्य प्रयोग- विभीषण ने राम को रावण की मौत राज बता कर राम के लिए गाँठ खोल दी।
दाने-दाने को तरसना - (अत्यंत गरीब होना)
वाक्य प्रयोग- बचपन में मैं दाने-दाने को तरसता फिरा, आज ईश्वर की कृपा है
गुड़ियों का खेल - (बहुत आसान काम)
वाक्य प्रयोग- अरे! यह काम तो गुड़ियों का खेल है।
गुरु घंटाल - (दुष्टों/धूर्तों का नेता या सरदार)
वाक्य प्रयोग- रावण तो सब राक्षसों का गुरु घंटाल था।
गुल करना - (दीपक या चिराग बुझा देना)
वाक्य प्रयोग- हे राम! दीपक ने तो उनके घर का चिराग गुल कर दिया।
गुस्सा उतारना - (क्रोध एक व्यक्ति पर हो और दूसरे को दण्ड देकर अपने दिल को शांत करना)
वाक्य प्रयोग- गलती दिनेश की थी और संगीता ने अपना गुस्सा मनोज पर उतार दिया।
गूंगे का गुड़ - (वह आनंद, सुख का अनुभव जिसका वर्णन न किया जा सके)
वाक्य प्रयोग- भक्त को भगवान के चिंतन में जो आनंद मिलता है वह कहा नहीं जा सकता. वह तो गूंगे का गुड़ ही रहेगा।