मिट्टी के मोल - (बहुत सस्ता) वाक्य प्रयोग- यह मकान मिट्टी के मोल बिक गया।
मुट्ठी गरम करना - (घूस देना) वाक्य प्रयोग- चलो मुट्ठी गरम कराओ, आज ही काम करवा देता हूँ।
मुँह बंद कर देना - (शांत कराना) वाक्य प्रयोग- तुम धमकी देकर मेरा मुँह बंद कर देना चाहते हो।
आँख लगना - (सो जाना) वाक्य प्रयोग- वह रात को पुस्तक लेकर बैठा था कि आँख लग गई।
आँखे खुलना - (सचेत होना) वाक्य प्रयोग- ठोकर खाने के बाद ही बहुत से लोगों की आँखे खुलती है।
आँख/आँखों का तारा होना - (बहुत प्रिय होना) वाक्य प्रयोग- सोहन अपनी माँ की आँखों का तारा है।
आँख का तारा - (बहुत प्यारा) वाक्य प्रयोग- आज्ञाकारी बच्चा माँ-बाप की आँखों का तारा होता है।
अंग-अंग ढीले होना - (थका होना) वाक्य प्रयोग- शाम को घर पहुंचते पहुंचते अंग-अंग ढीले हो चुके होते हैं।
आँखे दिखाना - (बहुत क्रोध करना) वाक्य प्रयोग- राम से मैंने सच बातें कह दी, तो वह मुझे आँख दिखाने लगा।
अंग-अंग मुस्काना - (रोम रोम से प्रसन्नता छलकना) वाक्य प्रयोग- लक्ष्य प्राप्ति पर उसके अंग–अंग मुस्काने लगे।
आसमान से बातें करना - (बहुत ऊँचा होना) वाक्य प्रयोग- आजकल ऐसी ऐसी इमारते बनने लगी है, जो आसमान से बातें करती है।
अंग धरना - (पहनना/धारण करना) वाक्य प्रयोग- ऋतु के अनुसार वस्त्र अंग धरने चाहिए।
ईंट से ईंट बजाना - (पूरी तरह से नष्ट करना) वाक्य प्रयोग- राम चाहता था कि वह अपने शत्रु के घर की ईंट से ईंट बजा दे।
अंग टूटना - (शरीर में दर्द होना) वाक्य प्रयोग- आज मेरा अंग-अंग टूट रहा है।
ईंट का जबाब पत्थर से देना - (जबरदस्त बदला लेना) वाक्य प्रयोग- भारत अपने दुश्मनों को ईंट का जबाब पत्थर से देगा।
अंग लगना -(हजम हो जाना/काम में आना) वाक्य प्रयोग- रोज रोज के पकवान उसके अंग लग गये हैं।
ईद का चाँद होना - (बहुत दिनों बाद दिखाई देना) वाक्य प्रयोग- राम, तुम तो कभी दिखाई ही नहीं देते, ऐसा लगता है कि तुम ईद के चाँद हो गए हो।
अंग लगाना - (लिपटना) वाक्य प्रयोग- दिनों बाद मिले मित्र को उसने अंग लगा लिया।
उड़ती चिड़िया पहचानना - (रहस्य की बात दूर से जान लेना) वाक्य प्रयोग- वह इतना अनुभवी है कि उसे उड़ती चिड़िया पहचानने में देर नहीं लगती।
अंग से अंग चुराना - (संकुचित होना) वाक्य प्रयोग- आज कल बाज़ारों में इतनी भीड़ होती है की चलते समय अंग से अंग चुराने पड़ते है।
उन्नीस बीस का अंतर होना - (बहुत कम अंतर होना) वाक्य प्रयोग- राम और श्याम की पहचान कर पाना बहुत कठिन है, क्योंकि दोनों में उन्नीस बीस का ही अंतर है।
अंगार सिर पर रखना - (कष्ट सहना) वाक्य प्रयोग- कर्महीन व्यक्ति के सिर पर अंगार रहते है।
उलटी गंगा बहाना - (अनहोनी हो जाना) वाक्य प्रयोग- राम किसी से प्रेम से बात कर ले, तो उलटी गंगा बह जाए।
अंगारे उगलना - (कठोर बात कहना) वाक्य प्रयोग- वह बातें क्या कर रहा था, मानो अँगारे उगल रहा था।
उधेड़बुन में रहना - (चिन्ता/फिक्र में रहना) वाक्य प्रयोग- दिपाली सदैव इसी उधेड़बुन में रहती है कि इस शैतान को कैसे पंजे में लाऊँ।
उम्र ढलना - (यौवनावस्था का उतार) वाक्य प्रयोग- उम्र ढलने के साथ बहुत से व्यक्ति गंभीर होने लगते हैं।
उलटी-सीधी सुनाना - (डांटना-फटकारना) वाक्य प्रयोग- सारा, ये दिपाली अकारण मुझे उलटी-सीधी सुनाती रहती है।
उलटे छुरे से मूड़ना - (उल्लू बनाकर धन ऐंठना या काम निकालना) वाक्य प्रयोग- जयपुर में मुस्तण्डे पुलिस वाले गरीब गाँव वालों को उलटे उस्तरे से मूंड देते हैं।
उल्लू का पट्ठा - (निरा मूर्ख) वाक्य प्रयोग- अरुण की बात सुनकर उसने कहा कि यह तो उल्लू का पट्ठा हैं।
उलटे पाँव लौटना - (वापस लौट जाना/आना) वाक्य प्रयोग- मनोहर की बात सुनकर उसका मन हुआ था कि वह उलटे पैरों लौट जाए।
उंगली उठना - (निन्दा/बदनामी होना) वाक्य प्रयोग- ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे आपकी की ओर उंगली उठे।
उंगली पकड़कर पौंहचा पकड़ना - (थोड़ा-सा सहारा पाकर विशेष की प्राप्ति के लिए प्रयास करना) वाक्य प्रयोग- थोड़ा-सा सहारा पाकर विशेष की प्राप्ति के लिए प्रयास करना
उंगलियों पर नचाना - (इच्छानुसार काम कराना) वाक्य प्रयोग- मैं इन दोनों को उंगलियों पर नचाऊंगा।
इज्जत बेचना - (पैसा लेकर अपनी इज्जत लुटाना) वाक्य प्रयोग- आप क्या समझते हैं कि मजदूर इस तरह अपनी इज्जत बेचते फिरते हैं?
ख़ाक छानना - (दुःख उठाना) वाक्य प्रयोग- मैंने आपके लिए सारे जगत की छान डाली।
मुट्ठी गरम करना - (घूस देना) वाक्य प्रयोग- चलो मुट्ठी गरम कराओ, आज ही काम करवा देता हूँ।
मुँह बंद कर देना - (शांत कराना) वाक्य प्रयोग- तुम धमकी देकर मेरा मुँह बंद कर देना चाहते हो।
आँख लगना - (सो जाना) वाक्य प्रयोग- वह रात को पुस्तक लेकर बैठा था कि आँख लग गई।
आँखे खुलना - (सचेत होना) वाक्य प्रयोग- ठोकर खाने के बाद ही बहुत से लोगों की आँखे खुलती है।
आँख/आँखों का तारा होना - (बहुत प्रिय होना) वाक्य प्रयोग- सोहन अपनी माँ की आँखों का तारा है।
आँख का तारा - (बहुत प्यारा) वाक्य प्रयोग- आज्ञाकारी बच्चा माँ-बाप की आँखों का तारा होता है।
अंग-अंग ढीले होना - (थका होना) वाक्य प्रयोग- शाम को घर पहुंचते पहुंचते अंग-अंग ढीले हो चुके होते हैं।
आँखे दिखाना - (बहुत क्रोध करना) वाक्य प्रयोग- राम से मैंने सच बातें कह दी, तो वह मुझे आँख दिखाने लगा।
अंग-अंग मुस्काना - (रोम रोम से प्रसन्नता छलकना) वाक्य प्रयोग- लक्ष्य प्राप्ति पर उसके अंग–अंग मुस्काने लगे।
आसमान से बातें करना - (बहुत ऊँचा होना) वाक्य प्रयोग- आजकल ऐसी ऐसी इमारते बनने लगी है, जो आसमान से बातें करती है।
अंग धरना - (पहनना/धारण करना) वाक्य प्रयोग- ऋतु के अनुसार वस्त्र अंग धरने चाहिए।
ईंट से ईंट बजाना - (पूरी तरह से नष्ट करना) वाक्य प्रयोग- राम चाहता था कि वह अपने शत्रु के घर की ईंट से ईंट बजा दे।
अंग टूटना - (शरीर में दर्द होना) वाक्य प्रयोग- आज मेरा अंग-अंग टूट रहा है।
ईंट का जबाब पत्थर से देना - (जबरदस्त बदला लेना) वाक्य प्रयोग- भारत अपने दुश्मनों को ईंट का जबाब पत्थर से देगा।
अंग लगना -(हजम हो जाना/काम में आना) वाक्य प्रयोग- रोज रोज के पकवान उसके अंग लग गये हैं।
ईद का चाँद होना - (बहुत दिनों बाद दिखाई देना) वाक्य प्रयोग- राम, तुम तो कभी दिखाई ही नहीं देते, ऐसा लगता है कि तुम ईद के चाँद हो गए हो।
अंग लगाना - (लिपटना) वाक्य प्रयोग- दिनों बाद मिले मित्र को उसने अंग लगा लिया।
उड़ती चिड़िया पहचानना - (रहस्य की बात दूर से जान लेना) वाक्य प्रयोग- वह इतना अनुभवी है कि उसे उड़ती चिड़िया पहचानने में देर नहीं लगती।
अंग से अंग चुराना - (संकुचित होना) वाक्य प्रयोग- आज कल बाज़ारों में इतनी भीड़ होती है की चलते समय अंग से अंग चुराने पड़ते है।
उन्नीस बीस का अंतर होना - (बहुत कम अंतर होना) वाक्य प्रयोग- राम और श्याम की पहचान कर पाना बहुत कठिन है, क्योंकि दोनों में उन्नीस बीस का ही अंतर है।
अंगार सिर पर रखना - (कष्ट सहना) वाक्य प्रयोग- कर्महीन व्यक्ति के सिर पर अंगार रहते है।
उलटी गंगा बहाना - (अनहोनी हो जाना) वाक्य प्रयोग- राम किसी से प्रेम से बात कर ले, तो उलटी गंगा बह जाए।
अंगारे उगलना - (कठोर बात कहना) वाक्य प्रयोग- वह बातें क्या कर रहा था, मानो अँगारे उगल रहा था।
उधेड़बुन में रहना - (चिन्ता/फिक्र में रहना) वाक्य प्रयोग- दिपाली सदैव इसी उधेड़बुन में रहती है कि इस शैतान को कैसे पंजे में लाऊँ।
उम्र ढलना - (यौवनावस्था का उतार) वाक्य प्रयोग- उम्र ढलने के साथ बहुत से व्यक्ति गंभीर होने लगते हैं।
उलटी-सीधी सुनाना - (डांटना-फटकारना) वाक्य प्रयोग- सारा, ये दिपाली अकारण मुझे उलटी-सीधी सुनाती रहती है।
उलटे छुरे से मूड़ना - (उल्लू बनाकर धन ऐंठना या काम निकालना) वाक्य प्रयोग- जयपुर में मुस्तण्डे पुलिस वाले गरीब गाँव वालों को उलटे उस्तरे से मूंड देते हैं।
उल्लू का पट्ठा - (निरा मूर्ख) वाक्य प्रयोग- अरुण की बात सुनकर उसने कहा कि यह तो उल्लू का पट्ठा हैं।
उलटे पाँव लौटना - (वापस लौट जाना/आना) वाक्य प्रयोग- मनोहर की बात सुनकर उसका मन हुआ था कि वह उलटे पैरों लौट जाए।
उंगली उठना - (निन्दा/बदनामी होना) वाक्य प्रयोग- ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे आपकी की ओर उंगली उठे।
उंगली पकड़कर पौंहचा पकड़ना - (थोड़ा-सा सहारा पाकर विशेष की प्राप्ति के लिए प्रयास करना) वाक्य प्रयोग- थोड़ा-सा सहारा पाकर विशेष की प्राप्ति के लिए प्रयास करना
उंगलियों पर नचाना - (इच्छानुसार काम कराना) वाक्य प्रयोग- मैं इन दोनों को उंगलियों पर नचाऊंगा।
इज्जत बेचना - (पैसा लेकर अपनी इज्जत लुटाना) वाक्य प्रयोग- आप क्या समझते हैं कि मजदूर इस तरह अपनी इज्जत बेचते फिरते हैं?
ख़ाक छानना - (दुःख उठाना) वाक्य प्रयोग- मैंने आपके लिए सारे जगत की छान डाली।