कान भरना - (चुगली करना)
वाक्य प्रयोग- अपने साथियों के विरुद्ध अध्यापक के कान भरने वाले विद्यार्थी अच्छे नहीं होते।
काया पलट होना - (रूप, गुण, दशा, स्थिति आदि का पूर्णतया बदल जाना)
वाक्य प्रयोग- अभी यह मेरे साथ बैठा हुआ कैसी-कैसी बातें कर रहा था। इतनी ही देर में इसकी ऐसी कायापलट हो गई कि मेरी जड़ खोदने पर तुला हुआ है।
कान कतरना - (बहुत चतुर)
वाक्य प्रयोग- वह तो अभी से बड़े-बड़ों के कान कतरता है।
नाक कटना - (प्रतिष्ठा नष्ट होना)
वाक्य प्रयोग- अरे भैया आजकल की औलाद तो खानदान की नाक काटकर रख देती है।
किस मुँह से - (अपनी हीनता)
वाक्य प्रयोग- बहू से अब वह कहती भी तो किस मुँह से?
मुँह की खाना - (हार मानना)
वाक्य प्रयोग- पड़ोसी के घर के मामले में दखल देकर हरद्वारी को मुँह की खानी पड़ी।
किसी के आगे पानी भरना - (फीका पड़ना)
वाक्य प्रयोग- उन पाँच दिनों क्या ठाट रहते हैं वोटर के, बारात का दूल्हा भी उसके आगे पानी भरे।
मुँह में पानी भर आना - (दिल ललचाना)
वाक्य प्रयोग- लड्डुओं का नाम सुनते ही पंडितजी के मुँह में पानी भर आया।
किसी के घर में आग लगाकर अपना हाथ सेंकना - (अपने काम केलिए दूसरों को भारी हानि पहुँचाना)
वाक्य प्रयोग- डॉक्टर रामकृष्ण उन लोगों में हैं जो दूसरों के घर में आग लगाकर अपना हाथ सेकते हैं।
मुँह खून लगना - (रिश्वत लेने की आदत पड़ जाना)
वाक्य प्रयोग- उसके मुँह खून लगा है, बिना लिए वह काम नहीं करेगा।
किसी के साथ मुँह काला करना - (किसी के साथ व्यभिचार करना)
वाक्य प्रयोग- सारा दोष महिला का है, दिन-दहाड़े यह नौकरानी उसके बेटे के साथ मुँह काला किए फिर रही है।
मुँह छिपाना - (लज्जित होना)
वाक्य प्रयोग- मुँह छिपाने से काम नहीं बनेगा, कुछ करके भी दिखाओ।
वाक्य प्रयोग- अपने साथियों के विरुद्ध अध्यापक के कान भरने वाले विद्यार्थी अच्छे नहीं होते।
काया पलट होना - (रूप, गुण, दशा, स्थिति आदि का पूर्णतया बदल जाना)
वाक्य प्रयोग- अभी यह मेरे साथ बैठा हुआ कैसी-कैसी बातें कर रहा था। इतनी ही देर में इसकी ऐसी कायापलट हो गई कि मेरी जड़ खोदने पर तुला हुआ है।
कान कतरना - (बहुत चतुर)
वाक्य प्रयोग- वह तो अभी से बड़े-बड़ों के कान कतरता है।
नाक कटना - (प्रतिष्ठा नष्ट होना)
वाक्य प्रयोग- अरे भैया आजकल की औलाद तो खानदान की नाक काटकर रख देती है।
किस मुँह से - (अपनी हीनता)
वाक्य प्रयोग- बहू से अब वह कहती भी तो किस मुँह से?
मुँह की खाना - (हार मानना)
वाक्य प्रयोग- पड़ोसी के घर के मामले में दखल देकर हरद्वारी को मुँह की खानी पड़ी।
किसी के आगे पानी भरना - (फीका पड़ना)
वाक्य प्रयोग- उन पाँच दिनों क्या ठाट रहते हैं वोटर के, बारात का दूल्हा भी उसके आगे पानी भरे।
मुँह में पानी भर आना - (दिल ललचाना)
वाक्य प्रयोग- लड्डुओं का नाम सुनते ही पंडितजी के मुँह में पानी भर आया।
किसी के घर में आग लगाकर अपना हाथ सेंकना - (अपने काम केलिए दूसरों को भारी हानि पहुँचाना)
वाक्य प्रयोग- डॉक्टर रामकृष्ण उन लोगों में हैं जो दूसरों के घर में आग लगाकर अपना हाथ सेकते हैं।
मुँह खून लगना - (रिश्वत लेने की आदत पड़ जाना)
वाक्य प्रयोग- उसके मुँह खून लगा है, बिना लिए वह काम नहीं करेगा।
किसी के साथ मुँह काला करना - (किसी के साथ व्यभिचार करना)
वाक्य प्रयोग- सारा दोष महिला का है, दिन-दहाड़े यह नौकरानी उसके बेटे के साथ मुँह काला किए फिर रही है।
मुँह छिपाना - (लज्जित होना)
वाक्य प्रयोग- मुँह छिपाने से काम नहीं बनेगा, कुछ करके भी दिखाओ।