Tuesday, 16 May 2017

एक ताऊ रोज़ बैंक जाया करता था

एक ताऊ रोज़ बैंक जाया करता था, कभी 2 लाखतो कभी 3 लाख और ऐसी बड़ी-बड़ी रकमजमा किया करता था।बैंक का मैनेजर उसे हमेशा संशयकी दृष्टि से देखता था। उसे समझनहीं आता था कि यह ताऊ रोज़ इतना पैसा कहाँ से लाता है।अंत में एक दिन उसने उस व्यक्ति को बुलाया और कहा,"ताऊ तुम रोज़ इतना पैसा कहाँ से लाते हो,आखिरक्या काम करते हो तुम?"ताऊ ने कहा "भाई मेरा तो बस एक ही काम है, मैं शर्त लगाता हूँ और जीतता हूँ"मैनेजर को यक़ीन नहीं हुआ तो उसने कहा, "ऐसा कैसे हो सकता है कि आदमी रोज़ कोई शर्ती जीते?"...ताऊ ने कहा, "चलिए मैं आपके साथ एक शर्त लगाता हूँ कि आपके नितंब पर एक फोड़ा है, अब शर्त यह है कि कल सुबह मैं अपने साथ दो आदमियों को लाऊँगा और आपको अपनी पैंट उतार कर उन्हें अपनेकूल्हे दिखाने होंगे,यदि आपके नितंब पर फोड़ा होगा तो आप मुझे 10 लाखदे दीजिएगा,और अगर नहीं हुआ तो मैं आपको 10 लाख दे दूँगा, बताइएमंज़ूर है?"मैनेजर जानता था कि उसके कूल्हों पर फोड़ा नहीं है,इसलिए उसे शर्त जीतने की पूरी उम्मीद थी,लिहाज़ा वह तैयार हो गया।अगली सुबह ताऊ दो व्यक्तियों के साथबैंक आया। उन्हें देखते ही मैनेजर की बाँछें खिलगईं और वहउन्हें झटपटअपने केबिन में ले आया।इसके बाद मैनेजर ने उनके सामनेअपनी पैंट उतार दी और ताऊ से कहा "देखो मेरे कूल्हों परकोई फोड़ा नहीं है,तुम शर्त हार गए अब निकालो 10 लाख रुपए"।ताऊ के साथ आए दोनों व्यक्ति यह दृश्य देख बेहोश हो चुके थे। ताऊ ने हँसते हुए मैनेजर को 10 लाख रुपयों से भरा बैग थमा दिया और ज़ोर-ज़ोर से हँसने लगा।मैनेजर को कुछ समझ नहीं आया तो उसने पूछा. "तुमतो शर्त हार गए फिर क्यों इतना हँसे जा रहे हो?"ताऊ ने कहा, "तुम्हें पता है, ये दोनों आदमी इसलिए बेहोशहो गए क्योंकि मैंने इनसे 40 लाख रूपयों की शर्त लगाई थी कि बैंक का मैनेजर तुम्हारे सामने पैंट उतारेगा,इसलिए अगर मैंने तुम्हें 10 लाख दे भी दिएतो क्या फ़र्क पड़ता है, 30 तो फिर भी बचे न…!

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