Wednesday, 28 December 2016

hindi poem - हर पतंग जानती है,


✨✨✨✨✨✨✨✨
हर पतंग जानती है,
अंत में कचरे मे जाना है
लेकिन उसके पहले हमे,
आसमान छूकर दिखाना है ।
" बस ज़िंदगी भी यही चाहती है "
✨✨✨✨✨✨✨✨
🎀G̥̊o̥̊o̥̊d̥̊ m̥̊o̥̊r̥̊n̥̊i̥̊n̥̊g̥̊🎀

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