Tuesday, 23 May 2017

जीना इसी का नाम है..?.....

कब्रिस्तान में एक समाधी पर अपना बस्ता फेक एक बच्चा समाधी के पास बैठ कर शिकायत करने लगा। उठो ना पापा, टीचर ने कहा है कि फ़ीस लेकर आना नही तो अपने पापा को लेकर आना !!

ये सुनकर बराबर की समाधी पर, एक आदमी फ़ोन पर किसी फूलवाले से हज़ारो रुपयों की फूलों की चादर लेने के लिए बात करते-करते कुछ सोचकर फ़ोन पर बोला कि ऑर्डर कैंसल कर दो; नही चाहिए भाई। फूल इधर ही मिल गए है।

उसने वो पैसे बच्चे के हाथ मे रख कर बोला...बेटा ये लो तुम्हारे पापा ने भेजे है।कल स्कूल जाना.

जीना इसी का नाम है..?.....

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